झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले जमशेदपुर में गुरुवार को हुई हत्या एक हत्या आज सुर्खियों में है। सबसे बड़ी बात हत्या करने की वजह है। आसपास के लोगों के अनुसार हत्या की वजह मात्र इतनी थी कि जिस युवक की हत्या की गई उसने हत्यारे को बस इस बात के लिए मना किया था कि वह अपने कुत्ते को उसके घर के सामने शौच नहीं कराए।
ओलीडीह थाना क्षेत्र के डिमना रोड स्थित न्यू शर्मा लाइन में गुरुवार को सुबह 11 बजे 29 वर्षीय पंडित सौरभ झा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या का आरोपी सोनू मिश्रा घटना को अंजाम देकर मृतक के चाचा विपिन के घर में घुस गया था। विपिन ने घर को लॉक कर दिया और घटना की सूचना पुलिस को दे दी। पुलिस ने हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया। घटना की एफआईआर दर्ज कर ली गई।
आसपास के लोगों का कहना है कि हत्या का आरोपी सोनू मिश्रा पहले से ही गलत गतिविधियों में शामिल रहा है। अपने आसपास के लोगों को हमेशा बात बात परेशान करना और धमकाना उसकी फितरत है। कई बार कई लोगों को वह गोरी मारने की धमकी भी दे चुका है।
सौरभ सुमन झा डिमना रोड स्थित आशियाना में बने मंदिर आदित्यधाम में पूजा पाठ करवाते थे। आरोपी सोनू मिश्रा सौरभ झा के घर के नजदीक ही रहता है। चार दिन पहले सोनू मिश्रा अपना कुत्ता घुमाने निकला था। कुत्ता सौरभ झा के घर के सामने पेशाब करने लगा, तभी सौरभ झा बाहर निकले और उन्होंने वहां पर पेशाब कराने से मना किया। इस पर सोनू मिश्रा और सौरभ झा का विवाद हो गया। पड़ोसियों ने आकर विवाद शांत करा दिया था। गुरुवार को तकरीबन 11 बजे बजे जब सौरभ झा आशियाना के लिए पैदल निकले थे, तभी सोनू मिश्रा ने आकर उन्हें गोली मार दी। गोली सौरभ झा के गर्दन में लगी। वह वहीं पर गिर गए। गोली चलने की आवाज सुनते ही सौरभ झा के घर के लोग निकले और रिश्तेदार भी आ गए। सब लोग सौरभ को गाड़ी में लेकर फौरन टाटा मेन हॉस्पिटल पहुंचे, जहां डाक्टरों ने सौरभ को मृत घोषित कर दिया।
सौरभ की मौत पर उनके घर में मातम का माहौल है। सौरभ झा चार भाई थे। इनमें से दो भाई पुलिस में हैं। बड़े भाई नीरज कुमार झा डीआईजी कार्यालय रांची में तैनात हैं, तो वहीं दूसरे भाई धीरज कुमार झा सरायकेला में पदस्थापित हैं। सौरभ झा मूलरूप से बिहार के समस्तीपुर के सरायरंजन प्रखंड के मुसापुर गांव के रहने वाले हैं। मृतक सौरभ के पिता मदन कुमार झा इलाके के जाने माने पंडित हैं और उनकी पूरे एरिया में इज्जत है। सौरभ के पिता व मां सावित्री देवी, चाचा बिपिन कुमार झा सहित पूरा परिवार लॉकडाउन से पहले अपने गांव गया हुआ था। अभी वे लोग वहीं हैं। हालांकि सबको सूचना दे दी गई और लोग जमशेदपुर के लिए निकल गए हैं। अब सबको पोस्टमार्टम का इंतजार है।