ट्विटर के नए मालिक एलन मस्क हर दिन नए फैसले ले रहे हैं। कुछ समय पहले मस्क ने कहा था कि जितने फ्री ब्लू टिक वाले हैं, वे सभी भ्रष्ट हैं। मालिक बनने के बाद एलन मस्क ने ट्विटर ब्लू सब्सक्रिप्शन पेश किया था जो कि एक शुल्क आधारित सेवा है। ट्विटर ब्लू की सेवा लेने वाले यूजर्स को लंबे पोस्ट करने की सुविधा मिलती है। अब एलन मस्क फ्री वाले ब्लू टिक को हटाने जा रहे हैं।
बता दें कि पहले से ब्लू टिक वाले अकाउंट के साथ लिगेसी वेरिफाइड का टैग है जिसे एलन मस्क अगले सप्ताह से खत्म करने जा रहे हैं यानी जितने भी लिगेसी वेरिफाइड अकाउंट होंगे उनके ब्लू टिक को हटा दिया जाएगा, हालांकि यदि ये फ्री ब्लू टिक वाले पैसे देकर ट्विटर ब्लू की सेवा लेते हैं तो उनका ब्लू टिक बना रहेगा, लेकिन लिगेली वेरिफाइड का टैग हट जाएगा। इसकी शुरुआत 1 अप्रैल 2023 से होने जा रही है।लिगेसी वेरिफिकेशन के तहत पत्रकारों, मीडिया हाउस, सेलेब्रिटीज आदि को फ्री में ब्लू टिक दिया गया है।
भारत में ट्विटर ब्लू के मोबाइल प्लान की कीमत 900 रुपये है और वेब वर्जन के लिए 650 रुपये का शुल्क लगाया गया है। एलन मस्क ने हाल ही फ्री वाले अकाउंट से एसएमएस आधारित टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) फीचर को भी हटा दिया है। अब कुल मिलाकर यही है कि यदि आप अपने ट्विटर अकाउंट के लिए ब्लू टिक चाहते हैं और बेहतर सिक्योरिटी के लिए 2FA चाहते हैं तो आपको हर महीने कम-से-कम 650 रुपये चुकाने होंगे, वरना आपके अकाउंट के एसएमएस आधारित 2FA सेवा को बंद कर दिया जाएगा और ब्लू टिक हटा दिया जाएगा।
आखिर क्या है लिगेसी ब्लू चेक?
ट्विटर का लिगेसी ब्लू चेक कंपनी का सबसे पुराना और पहला वेरिफिकेश मॉडल है। इसके तहत सरकार, कंपनियां, ब्रांड्स और ऑर्गनाइजेशन्स, न्यूज ऑर्गनाइजेशन्स और पत्रकार , एंटरटेनमेंट, स्पोर्ट्स और गेमिंग, ऐक्टिविस्ट्स, ऑर्गनाइजर्स और दूसरे इन्फ्लूएसिंग इंडिविजुल्स के अकाउंट वेरिफाई किए जाते थे, लेकिन एलन मस्क अब इसे बंद कर रहे हैं। लिगेसी ब्लू टिक वेरिफिकेशन के लिए सबूत के साथ बताना होता है कि आपके अकाउंट को क्यों ब्लू टिक के साथ वेरिफाई किया जाए। अब एलन मस्क लिगेसी ब्लू टिक को हटाकर ब्लू सब्सक्रिप्शन मॉडल को प्रमोट कर रहे हैं। ट्विटर ब्लू के तहत ब्लू टिक के लिए यूजर्स को हर महीने एक तय राशि देनी होती है। भारत में ट्विटर ब्लू सब्सक्रिप्शन की सुविधा कुछ दिन पहले ही लॉन्च हुई है। ट्विटर ब्लू की भारत में मोबाइल के लिए हर महीने 900 रुपये और वेब वर्जन के लिए 650 रुपये चुकाने होंगे।