पटना : कोरोना काल और बाढ़ जैसी आपदा के बीच JEE-NEET परीक्षा के आयोजन को लेकर देश की राजनीति गरमा गई है। परीक्षा रद्द करने की मांग पहले से छात्र-छात्राएं कर रहे हैं। हालांकि 14 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिया है। लेकिन, अब इस पर राजनीत तेज हो गई। सात मुख्यमंत्री JEE-NEET परीक्षा के खिलाफ हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत सात राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने बुधवार को परीक्षा टालने की मांग की। वहीं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करने का मन बना चुके हैं। बता दें कि बिहार में NEET की परीक्षा के लिए सिर्फ दो सेंटर हैं। जबकि JEE की परीक्षा के लिए 7 शहरों में सेंटर हैं। ऐसे में बाढ़ और कोरोना के बीच छात्र-छात्राएं 250 किलोमीटर तक सफर तय कर कैसे परीक्षा दे पाएंगे? यह एक बड़ा सवाल है।
ट्रेन चल नहीं रही और बस से सफर में भी परेशानी
बता दें अनलॉक में भी सिर्फ स्पेशल ट्रेनों का परिचालन हो रहा है। ऐसे में जिन छात्रों का सेंटर दूसरे शहरों में वो बिना ट्रेन के कैसे वहां पहुंचेंगे। बस की सेवा शुरू हो चुकी है पर कई जिलों से अब भी बसें काफी कम संख्या में खुल रही हैं। कई छात्रों ने बताया कि उनका सेंटर 250 किलोमीटर दूर दूसरे शहर में वो कैसे जा पाएंगे।