पटना : वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह राजद से इस्तीफा देने के बाद लालू परिवार पर निशाना साधने लगे हैं। 32 साल तक लालू के साथ रहे रघुवंश ने पहली बार उनके परिवार के खिलाफ कुछ कहा है। रघुवंश ने एक और चिट्ठी लिखी- वर्तमान में राजनीति में इतनी गिरावट आ गई है, जिससे लोकतंत्र पर खतरा है। महात्मा गाधी, जयप्रकाश, डॉ.लोहिया, बाबा साहेब और जननायक कर्पूरी ठाकुर के नाम और विचारधारा पर लाखों लोग रहे, कठिनाइयां सहीं, लेकिन डगमग नहीं हुए, लेकिन अब समाजवाद की जगह सामंतवाद, जातिवाद, वंशवाद, परिवारवाद, संप्रदायवाद आ गया। यह सभी उतनी ही बुराइयां हैं, जिसके खिलाफ समाजवाद का जन्म हुआ।
पद होने से धन कमाना
रघुवंश प्रसाद ने अपनी इस चिट्ठी में खुलकर अपनी बात रखी है। उन्होंने लिखा- अब इन पांच महान पुरुषों की जगह एक ही परिवार के पांच लोगों की फोटो छपने लगी है। पद हो जाने से धन कमाना और धन कमाकर ज्यादा लाभ का पद खोजना। राजनीति की परिभाषा के अनुसार इन सभी बुराइयों से लड़ना है। राजद संगठन को मजबूत करने के उद्देश्य से ही पार्टी में संगठन और संघर्ष को मजबूत करने के लिए लिखा, लेकिन पढ़ने तक का कष्ट नहीं किया गया।