पटना : लोजपा के बड़े नेता और प्रदेश उपाध्यक्ष सुनील पांडेय ने पार्टी छोड़ दी है। एनडीए के सिंबल पर सुनील तरारी विधानसभा से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन गठबंधन टूटने के बाद उनका यह सपना टूट गया। इस कारण उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। गुरुवार को सुनील अपना नामांकन पर्चा भरेंगे। इनके चुनाव लड़ने की वजह से बीजेपी की मुश्किलें बढ़ जाएंगी। बीजेपी ने पहली बार कौशल विद्यार्थी को मैदान में उतारा है। जबकि सुनील पांडेय चार बार विधायक रह चुके हैं और बाहुबली छवि के हैं। बता दें 2015 के चुनाव में सुनील की पत्नी गीता पांडेय चुनाव लड़ी थीं। हालांकि गीता को सीपीआई के सुदामा प्रसाद ने काफी कम मतों से शिकस्त दी थी। वहीं, सुनील के भाई और एमएलसी हुलास पांडेय लोजपा में ही हैं।
बीजेपी की उषा हुईं लोजपा में शामिल
बीजेपी की उषा विद्यार्थी बुधवार को लोजपा में शामिल हो गईं। उषा को चिराग पालीगंज सीट से अपना उम्मीदवार बना रहे हैं। यहां जदयू ने जयवर्धन सिंह यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है। जयवर्धन राजद से जदयू में आए हैं। वहीं, इस सीट पर उषा जीत चुकी हैं। उषा के अलावा जदयू नेता भगवान सिंह कुशवाहा भी लोजपा में शामिल हो गए हैं। चिराग ने इन्हें जगदीशपुर से अपना उम्मीदवार बनाया है।