पटना : नए साल के स्वागत का सभी को इंतजार है। परिवार और दोस्तों के साथ आउंटिंग के लिए बिहारियों को बड़ा तोहफा मिल रहा है। सूबे में पहला ग्लास ब्रिज बन गया है। राजगीर में यह शानदार ग्लास ब्रिज बना है। इसके साथ ही राजगीर सफारी की तैयारियां चल रहीं हैं। इसमें शेर के साथ बाघ, शेर, चीता, भालू, हिरण व अन्य जानवरों के रखने की व्यवस्था की गई है। इसके पास ही तितली घर का भी निर्माण कराया जा रहा है। यह पूर्वोत्तर भारत की सबसे अत्याधुनिक सफारी होगी। यहां आने वाले सैलानी बख्तरबंद गाड़ी में घूम सकेंगे। जबकि, पशु खुले में विचरण करते देखे जा सकेंगे।
177 करोड़ रुपए हुए हैं मंजूर
191 हेक्टेयर में फैली राजगीर सफारी के निर्माण के लिए 177 करोड़ रुपए मंजूर हुए हैं। जबकि तितली घर के निर्माण की लागत अलग है। बुद्ध पथ पर बन रही नेचर सफारी बेहद खास है। भगवान बुद्ध इसी पथ से बोधगया से राजगीर आए थे। यह प्रकृति की छटाओं के बीच बसा है। इसमें प्रकृति को दिखाने के साथ एक रोमांच भरने की कोशिश की जा रही है।
नौ किलोमीटर लंबाई में बन रही नेचर सफारी में सीसा का पुल बनाया जा रहा है। निर्माण अंतिम दौर में है। इसपर चढ़ने वालों को अपना दिल थामकर जाना होगा। यह सस्पेंशन ब्रिज चीन की तर्ज पर बनाया जा रहा है। यह स्काई बाग में होगा। इसके नीचे गहरी खाई दिखायी देगी। नेचर सफारी में पुराने परंपरा के अनुसार नये तरीके से मिट्टी, बांस व लकड़ी का कॉटेज बनाया जा रहा है। यह बाहरी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करने में पूरी तरह से सक्षम होगा।