पटना : पासपोर्ट बनवाना अब बेहद आसान हो गया है। एक मार्च से नई सुविधा शुरू हो रही है। इसमें सबसे खास बात है कि पुलिस वेरिफिकेशन का टेंशन नहीं रहेगा। यानी पुलिस अब आपके घर किसी तरह की जांच-पड़ताल करने नहीं पहुंचेगी। बता दें एक मार्च से पूरे बिहार में एम पासपोर्ट एप से काम होगा। इसके लिए सभी जिलों की पुलिस पदाधिकारियों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है। आठ फरवरी को ही प्रशिक्षण पूरा हो चुका है। साथ ही सभी थानों को एक-एक टैबलेट दिया गया है। इस संबंध में क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी प्रवीन मोहन सहाय ने बताया कि राज्य के थानों में 1350 टैबलेट बांटा जा रहा है।
अभी वेरिफिकेशन में ही लगते हैं 21 दिन
फिलहाल पुलिस वेरिफिकेशन में 21 दिनों का समय लगता है। एम पासपोर्ट एप के जरिए पुलिस वेरिफिकेशन की पूरी प्रक्रिया 10 दिनों से भी कम में पूरा कर लिया जाएगा। गौरतलब है कि पुलिस वेरिफिकेशन की प्रक्रिया में पुलिस मुख्यालय से एसपी कार्यालय और फिर थाने में आवेदन जाता है। इन सब कार्यालय से होकर वेरिफिकेशन पूरा होने में 21 दिन लगते थे।
33 सेवा केंद्र पर बन रहे पासपोर्ट
क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी प्रवीन मोहन सहाय के अनुसार सूबे में 33 पासपोर्ट सेवा केंद्र में पासपोर्ट बन रहे हैं। पटना और दरभंगा में स्थायी तौर पर काफी वर्षों से पासपोर्ट बनते रहे हैं। इसके अलावा 33 डाकघर पासपोर्ट केंद्र काम कर रहे हैं। अधिकारी ने बताया कि पटना पासपोर्ट केंद्र पर एक दिन में 1200 लोग आवेदन करते हैं।