पटना : कोरोना जांच में फर्जीवाड़े का लगाताार खुलासा हो रहा है। जमुई, शेखपुरा, मुजफ्फरपुर के बाद अब भागलपुर में भी कोरोना जांच में फर्जीवाड़ा उजागर हो गया है। यहां भी जमुई की तरह 0000000000 नंबर का खेल सामने आया है। यहां 921 लोगों की कोरोना जांच के आगे मोबाइनल नंबर में 10 जीरो लिखा है। बताया जाता है कि 7 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लोगों की कोरोना जांच में 1298 नंबर लिखा है। खरीक की आशा कार्यकर्ता ने कोरोना जांच वाली शीट में मोबाइल नंबर में 141 लिखा है। जबकि गोपालपुर पीएचसी के बीसीएम ने मोबाइनल नंबर 136 नंबर लिखा है। पूरे मामले पर सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार सिंह का कहना है कि उन्हें गलत नंबरों से कोरोना जांच की कोई सूचना नहीं मिली है।
दूसरे नंबरों का भी किया गया इस्तेमाल
कोरोना जांच रिपोर्ट दिखाने के लिए 00000, 1298 और अन्य नंबर के अलावा कुछ अनजान लोगों के नंबरों का भी इस्तेमाल किया गया है। झारखंड के रामगढ़ निवासी योगेश प्रताप सिन्हा ने बताया कि उनके नंबर पर गोपालपुर पीएचसी से 100 लोगों की कोरोना जांच रिपोर्ट आई है। पहली बार दूसरे की कोरोना जांच रिपोर्ट आई तो उन्हें लगा नंबर लिखवाने में गलती हुई होगी, लेकिन फिर 100 लोगों की कोरोना जांच रिपोर्ट आई। इसी तरह खरीक की आशा फैसिलेटर रेखा कुमारी ने बताया कि उनके मोबाइल नंबर पर भी दूसरे की कोरोना जांच रिपोर्ट आ रही थी। उन्होंने इसकी शिकायत पीएचसी प्रभारी से की तो उन्होंने कहा था कि ये सब विभागीय औपचारिकता है। तुम घबराओ नहीं।