पटना : बिहार विधानसभा में मंगलवार को जमकर बवाल मचा। विपक्षी विधायकों ने स्पीकर को बंधक बनाया तो पुलिस ने विपक्षी विधायकों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। घंटों मारपीट, तोड़फोड़ा और कागज छीनने और फाड़ने का सिलिसल चलता रहा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं हुई थी। इधर, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार ने विधायकों को घसीटवाकर अपनी गुंडई दिखा रहे हैं। दरअसल, बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक 2021 को लेकर विपक्षी सदस्य इतने आक्रोश में थे कि सदन के अंदर अमर्यादित हो गए और स्पीकर के पास चले गए। यहां स्पीकर के टेबल पर रखे कागज को जबरन उठाकर फाड़ दिया और माइक को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। स्पीकर के पीछे खड़े सुरक्षाकर्मियों पर लकड़ी के टुकड़े फेंके। इस दौरान भगदड़ मच गई।
सदन के अंदर पुलिस के साथ भी हाथापाई
स्थिति को बिगड़ता देखकर फुलवारीशरीफ के एएसपी मनीष कुमार अपने दल-बल के साथ सदन के अंदर पहुंचे। इसको देखकर विपक्षी और उग्र हो गए और पुलिस के साथ हाथापाई शुरू कर दी। पुलिस ने सुधाकर सिंह, संतोष मिश्रा, सतीश दास, सत्येंद्र यादव समेत 12 विधायकों को टांग कर बाहर निकाला। इतना ही नहीं महिला विधायकों में अनीता देवी, किरण देवी, प्रतीमा कुमारी को भी सुरक्षाकर्मियों ने घसीटकर सदन से बाहर निकाला।
तेजस्वी ने नीतीश को कहा बेशर्म मुख्यमंत्री
विधानसभा में हंगामे और जबर्दस्त बवाल के बाद नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने ट्वीट किया- नीतीश कुमार जैसी अनैतिक राजनीति करने वाला C ग्रेड, बेशर्म और अलोकतांत्रिक मुख्यमंत्री पूरे देश में नहीं होगा। गुंडा सरकार के मुखिया देखिए कैसे 3 लाख लोगों द्वारा निर्वाचित विपक्षी विधायकों को घसीटवा कर अपनी सरकार की गुंडई को प्रदर्शित करवा रहे हैं। #नीतीशकुमार_शर्म-करो
नीतीश बोले- विपक्षी विधायकों को ट्रेनिंग की जरूरत
इधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि नए विधायकों को ट्रेनिंग की जरूरत है। उन्हें पूरा विधेयक पहले पढ़ लेना चाहिए। फिर सदन में उस पर लोकतांत्रिक रूप से बहस करनी चाहिए। नीतीश ने यह भी कहा कि जिन्हें जो काम दिए गए हैं, उन्हें अधिकार भी मिलने चाहिए। कई राज्यों की पुलिस को ऐसा अधिकार मिला है।
विधानसभा घेराव मार्च पर तेजस्वी व तेजप्रताप समेत 3000 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज
राजद के विधानसभा घेराव को लेकर गांधी से डाकबंगला तक मचे उपद्रव को लेकर 3000 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज हुई है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव, जगदानंद सिंह समेत 15 नामजद और 3 हजार अज्ञात कार्यकर्ताओं पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। गांधी मैदान और कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई है। पुलिस का कहना है कि राजद कार्यकर्ताओं के हमले में एक डीएसपी, तीन मजिस्ट्रेट, कोतवाली प्रभारी सुनील कुमार सिंह समेत 18 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।