पटना : बिहार में हत्या और चोरी के मामलों में राजधानी पटना अव्वल है। यहां पिछले तीन महीनों में सबसे अधिक 40 हत्याएं हुईं हैं। जबकि पूर्णिया में सबसे अधिक रेप हुआ है। यह आंकड़ा बिहार पुलिस ने जारी किया है। बिहार पुलिस मुख्यालय के अनुसार इस साल जनवरी से मार्च के बीच हत्या, रेप, लूट, चोरी और डकैती शामिल हैं। बिहार पुलिस मुख्यालय की रिपोर्ट के मुताबिक वैशाली में सबसे अधिक डकैती हुई है। जनवरी 2021 से मार्च 2021 तक यहां 6 डकैतियां हुईं हैं। पटना में सबसे ज्यादा चोरी हुई है। यहां 153 चोरी की घटनाएं हुईं हैं। 2020 में अक्टूबर से दिसंबर तक सूबे में 743 चोरी की घटनाएं दर्ज हुए हैं। इस साल पहले तीन महीनों में यह घटकर 640 पर पहुंचे। वहीं, डकैती के मामलों में 2020 के अंतिम तीन महीनों में 51 डकैती के कांड दर्ज हुए और इस साल के शुरुआती तीन महीनों में यह बढ़कर 72 हो गए। बिहार पुलिस मुख्यालय ने रेंज वाइज भी अपराध का आंकड़ा जारी किया है। जनवरी से मार्च तक प्रति लाख और प्रति वर्ग किलोमीटर अपराध सदर में सेंट्रल रेंज में हुआ है। दूसरे नंबर पर शाहाबाद रेंज है। जबकि तीसरी नंबर पर मगध रेंज है।
ट्रांसफर पर डीआईजी का छलका दर्द, बोले-काम करने का मौका मिलना चाहिए
मुंगेर डीआईजी मो. शफीउल हक का हाल में ट्रांसफर हुआ है। सोमवार को उनके सहकर्मियों ने एक फेयरवेल कार्यक्रम में रखा, जिसमें निवर्तमान डीआईजी का दर्द छलका। उन्होंने अपने 27 साल के कॅरियर में 21 बार ट्रांसफर होने पर खुलकर बोला। उन्होंने कहा कि अपने कॅरियर में बार-बार ट्रांसफर पर कभी निराश नहीं हुआ। अपना काम हमेशा ईमानदारी से किया। उन्होंने यह भी कहा कि मेरा कोई गॉडफादर नहीं है, इसलिए 27 साल के कॅरियर में 21 बार ट्रांसफर पा चुका है। मेरा कोई वाया नहीं है, मेरा कोई रिलेशन नहीं है, इसलिए तबादला पा रहा है। मैं जनता का नौकर हूं और जहां जाता हूं उनकी सेवा ही करता हूं। उन्होंने यह भी कहा कि नौकरी है तो ट्रांसफर और पोस्टिंग लगी रहती है, लेकिन काम करने का मौका मिलना चाहिए। बता दें मो. शफीउल हक हरियाणा बैच के 1991 के आईएएस अधिकार हैं।