ओलिंपिक में भारतीय टीम का खेल लगातार उम्दा होता जा रहा है। मेडल पर मेडल आ रहे हैं। इस बार का ओलिंपिक अब तक का सबसे सफल रहा है। सबसे बड़ी खबर तो यह रही कि जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने अपने पहले ही ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीत लिया है। फाइनल में नीरज ने 87.58 मीटर का थ्रो किया। जेवलिन में पूर्व वर्ल्ड चैंपियन जर्मनी के जोहानेस वेटर ने नीरज को ओलिंपिक से पहले चुनौती दी थी।
बता दें कि जर्मनी के जोहानेस वेटर ने कहा था कि नीरज चोपड़ा अच्छे हैं। फिनलैंड में उनका भाला 86 मीटर की दूरी तय कर सका, लेकिन ओलिंपिक में वे मुझे पीछे नहीं छोड़ पाएंगे। पर नीरज ने सिर्फ उन्हें पीछे ही नहीं छोड़ा, बल्कि गोल्ड अपने नाम किया। जर्मन खिलाड़ी तो 3 राउंड के बाद बॉटम-3 में रहने की वजह से डिस्क्वालिफाई हो गए। नीरज चोपड़ा के इस शानदार प्रदर्शन के बाद पूरा देश खुशी मना रहा है।
नीरज चोपड़ा की इस ऐतिहासिक जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन करके बधाई दी। मोदी ने कहा, आपको बहुत बहुत बधाई। आज ओलिंपिक समापन की दिशा में जा रहा है और आपने देश को खुश कर दिया। मोदी से बातचीत में नीरज कहा, मेरा तो बस एक ही सपना था कि मैं अपना सबकुछ देकर देश के लिए यह गोल्ड मेडल जीत लाउं।
नीरज चोपड़ा की इस शानदार जीत के बाद सिर्फ देश के लोगों को ही नहीं, बल्कि ट्रेंट ब्रिज में चल रहे भारत-इंग्लैंड टेस्ट में भी इस जीत का जश्न मनाया गया। सुनील गावस्कर समेत तमाम पूर्व क्रिकेटर नीरज का मैच देखते मिले। उन्होंने जश्न भी मनाया। भारत के लिए यह अब तक का सबसे सफल ओलिंपिक बन गया है। 2012 लंदन ओलिंपिक में भारतीय दल ने 6 मेडल जीते थे। जबकि टोक्यो ओलिंपिक में 7 मेडल जीते हैं।