पटना : नशा मुक्ति दिवस पर शुक्रवार को राजधानी पटना समेत सभी जिलों में कार्यक्रम आयोजित कर सरकारी अधिकारी, पदाधिकारियों और कर्मचारियों ने आजीवन शराब नहीं पीने की शपथ ली। सभी ने शपथ-पत्र भी भर की न शराब पीऊंगा, न ही किसी को पीने दूंगा। तमाम स्कूलों में कार्यक्रम को शिक्षकों ने बच्चों को नशे नहीं करने की शपथ दिलाई, लेकिन बगहा में इस शपथ को चार-पांच घंटे बाद सरकारी स्कूल के खुद हेडमास्टर भूल गए। उन्होंने शुक्रवार की दोपहर स्कूल में नशा मुक्ति दिवस पर कार्यक्रम कर शिक्षकों और छात्र-छात्राओं को शराब नहीं पीने की शपथ दिलवाई और खुद भी शपथ ली। वहीं, शाम को शराब के नशे में धुत मिले। इस पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। गोंड़ पिपरासी में श्रीपतगन प्राथमिक विद्यालय के हेडमास्टर कुंदन कुमार शुक्रवार की देर शाम नशे में गिरफ्तार किए गए। इस संबंध में थानाध्यक्ष राजीव कुमार सिन्हा ने बताया कि हेडमास्टर कुंदन उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के छितौनी से शराब पीकर आ रहे थे, तभी बिहार-यूपी सीमा के पास ही पुलिस ने गुप्त सूचना मिलने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
एसपी (SP) किरण कुमार गोरख जाधव ने कहा कि शराबी हेडमास्टर कुंदन कुमार पर कानून नियमों के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीणों का कहना है कि गांव के बॉर्डर से 300 मीटर की दूरी पर उत्तर प्रदेश क्षेत्र में शराब की दुकान है। बिहार के शराबी वहां जाकर शराब पीते हैं और घंटे-दो घंटे बाद लौटकर चले आते हैं। ग्रामीणों ने कहा कि बिहार-यूपी की इस सीमा पर कड़ी चौकसी के बाद कई गांव के शराबियों की लत छूट जाएगी।