बेंगलुरु। ऑनलाइन एजुकेशन से जुड़ी कंपनी बायजू ग्रुप (Byju’s Group) की यूनिट टॉपर से बड़ी खबर आ रही है। खबर है कि कंपनी ने इस सप्ताह 2,500 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। निकाले गए लोग टोटल वर्कफोर्स का 36 फीसदी है। बताया जा रहा है कि कॉस्ट कटिंग के तहत कंपनी ने इतनी संख्या में कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है। कंपनी द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि वह समूह की सभी कंपनियों में टीमों को ऑप्टिमाइज कर रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 22 अरब डॉलर की वैल्यू वाली इस स्टार्टअप ग्रुप की कई कंपनियों के कर्मचारियों को निकाला गया है। लॉकडाइन के दौरान एडटेक सर्विसेज की मांग में तेजी आई लेकिन लॉकडाइन हटने के बाद डिमांट में काफी गिरावट देखी गई है। बायजूस ने Toppr, WhiteHar Jr, सेल्स एंड मार्केटिंग, ऑपरेशंस की टीमों में से फुल टाइम और कॉन्ट्रैक्ट वाले कर्मचारियों को निकाला है।
टॉपर इससे पहले अपने लीव पॉलिसी को लेकर चर्चा में आई थी। नई पॉलिसी के मुताबिक नई चाइल्ड केयर लीव के मुताबिक 12 साल तक के बच्चे वाली कर्मचारी सालाना 7 छुट्टियां ले सकते हैं, साथ ही ये छुट्टियां कई बार में ली जा सकती हैं। वहीं आधे दिन की भी छुट्टी का प्रावधान था।
बर्खास्त कर्मचारियों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक उन्हें सोमवार को कंपनी की तरफ से फोन आया था। इस दौरान उन्हें इस्तीफा देने की बात कही गई. उन्होंने बताया कि बिना किसी नोटिस के उन्हें नौकरी छोड़ने की बात कही गई। कंपनी ने इस्तीफा देने वाले लोगों को एक महीने का वेतन देने की बात कही है, साथ ही यह भी कहा है कि अगर कोई ऐसा नहीं करता है तो उसे वेतन नहीं दिया जाएगा। बता दें कि पिछले साल बायजू ने टॉपर का 15 करोड़ डॉलर में अधिग्रहण किया था।
कंपनी के प्रवक्ता के मुताबिक वाइटहैट जूनियर (White Hat Junior) को युवा छात्रों को क्वालिटी एजुकेशन देने और मजबूत बिजनेस बाने पर पर फोकस है। इसी के साथ कंपनी द्वारा यह रणनीति बनाई गई है। कंपनी का कहना है कि निकाले गए कर्मचारियों को एक महीने की सैलरी दी गई है। मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स को दी गई जानकारी के मुताबिक वित्तवर्ष 2021 में कंपनी को 1690 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू 483.9 करोड़ रुपये था जबकि कुल खर्च बढ़कर 2175 करोड़ रुपये पहुंच गया।