पटना। मुजफ्फरपुर के पारू थाना क्षेत्र में दलित नाबालिग लड़की के हत्यारोपी संजय राय को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। घटना के बाद से ही वह अपने परिवार के साथ फरार चल रहा था। आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर एसएसपी राकेश कुमार के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई थी। इस टीम ने दर्जनों जगह पर छापेमारी की।
इससे पहले रविवार को घटना से आक्रोशित बहुजन आर्मी के कार्यकर्ताओं ने मुख्य आरोपी संजय राय के पड़ोस के घरों में रविवार को जमकर तोड़फोड़ की थी। इससे पहले शनिवार को संजय राय के घर पर कुर्की जब्ती की कार्रवाई की गई थी। संजय राय की गिरफ्तारी की पुष्टि एसडीपीओ सरैया कुमार चंदन ने की है। उन्होंने बताया कि पुलिस घटना की गंभीरता को देखते हुए लगातार काम कर रही थी। लालू छपरा गांव की छात्रा का बीते साेमवार को नहर के पास से शव मिला था। पीड़ित परिजनों ने संजय राय और 4 अज्ञात पर हत्या का आरोप लगाया है।
पप्पू यादव बोले-कुकर्मियों को फांसी हो
संजय राय की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन टीमें काम कर रही थीं। इन टीमों को संजय यादव की सरगर्मी से तलाश थी। बताया जा रहा है कि पुलिस की सर्विलांस टीम उसकी गिरफ्तारी के लिए लगी हुई थी। जो नंबर संजय राय इस्तेमाल कर रहा था उसी नंबर को ट्रेस कर पुलिस ने उसे पकड़ा है। संजय यादव को सरैया के इलाके से पकड़ा गया है।
इस मामले में पुलिस ने कई लोगों से पूछताछ की और टीम लगातार तकनीकी जांच कर रही थी। इस दौरान पुलिस टीम को सूचना प्राप्त हुई। इसके बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना के मुख्य आरोपी संजय राय को गिरफ्तार किया गया। बता दें कि रविवार को बहुजन आर्मी के कार्यकर्ताओं ने मुख्य आरोपी संजय राय के पड़ोस के घरों में जमकर तोड़फोड़ की। एक दर्जन से अधिक बाइकें क्षतिग्रस्त कर दी। पूर्व पैक्स अध्यक्ष राजेंद्र राय समेत एक दर्जन से अधिक घरों से गहने लूट लिए। दो जेसीबी, तीन ट्रैक्टर, कार व बाइक को क्षतिग्रस्त कर दिया। कई लोगों के बथान उजाड़ दिए। केले के पौधों को रौंद दिया। कई घरों के शीशे फोड़ दिए।
एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि गोल्डन दास द्वारा अपने समर्थकों के साथ पारू में जातीय उन्माद, हिंसा फैलाने तथा तनाव उत्पन्न करने व विधि व्यवस्था भंग करने का प्रयास किया गया। कई घरों में तोड़फोड़ गई। गोल्डन दास समेत 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 17 नामजद समेत 250 पर एफआईआर दर्ज की गई है। अब तक 10 थाने में गोल्डन दास पर दर्ज एफआईआर का रिकॉर्ड मिला है।