Dial 112 Surakshit Safar Seva from 15 September in All Bihar by Bihar Police.jpeg

बिहार में ‘सुरक्षित सफर सुविधा’ : किशनगंज में आधी रात को मनचलों से परेशान लड़की को ‘डायल 112’ ने सुरक्षित घर पहुंचाया

पटना। बिहार की महिलाओं के ‘सुरक्षित सफर’ को लेकर पिछले 5 सितंबर से पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर राज्य के 6 जिलों में डायल 112 की नई सेवा ‘सुरक्षित सफर सुविधा की शुरुआत की गई थी। पटना, गया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, बेगूसराय और नालंदा में महिलाएं इस सुविधा का खूब लाभ ले रही हैं। 15 सितंबर से यह सुविधा पूरे राज्य में लागू हो रही है।

राज्य के जिन जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर ‘सुरक्षित सफर सुविधा’ की शुरुआत की गई थी, उन जिलों के अलावे भी डायल 112 के माध्यम से जरूरतमंद महिलाओं को इस निःशुल्क सेवा का लाभ दिया जा रहा है। अभी तक पायलट प्रोजेक्ट वाले जिलों के अलावे किशनगंज, वैशाली, समस्तीपुर, नवादा और सारण से भी ‘सुरक्षित सफर सुविधा’ का लाभ लेने के लिए हमसे मदद मांगी गई। कुल मिलाकर, जिलों से ‘सुरक्षित सफर सुविधा’ को लेकर हमें बेहतर फीडबैक प्राप्त हुए हैं। हमारी तरफ से मदद पहुंचाई जाने के बाद नई सेवा का लाभ लेने वालीं महिलाएं संतुष्ट रहीं और मध्य रात्रि में भी बिहार पुलिस की मदद से सुरक्षित यात्रा कर सकीं।

समस्तीपुर में एक लड़की अपनी मां के साथ परेशान थी, बिहार पुलिस ने की सहायता

पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार आमजनों से फीडबैक भी प्राप्त हो रहे हैं। पहला केस समस्तीपुर का है, जहां एक लड़की अपनी मां के साथ समस्तीपुर रेलवे स्टेशन से मुसरीघरारी जा रही थी। रात के करीब 11:50 बज रहे थे। उसे एक ग्रामीण क्षेत्र की यात्रा करनी थी और वह सुरक्षित यात्रा करना चाहती थी, इसलिए उन्होंने डायल 112 पर कॉल कर “सुरक्षित सफर सुविधा” के लिए पंजीकृत किया। इसके बाद डायल 112 की टीम ने उनकी यात्रा की मॉनिटरिंग की और उन्हें गंतव्य स्थान तक सुरक्षित रूप से पहुंचाना सुनिश्चित किया गया।

12 सितंबर 2024 तक के डाटा के अनुसार ‘सुरक्षित सफर सुविधा’ का लाभ लेने के लिए कुल 22 कॉल आई। इनमें से 20 केस में ट्रैकिंग फैसिलिटी उपलब्ध कराई गई। 2 केस में ERV की गाड़ी भेजकर उन्हें तत्काल मदद पहुंचाई गई। सबसे अधिक कॉल पटना जिले से आई. जहां 14 मामले में ‘सुरक्षित सफर सुविधा’ का लाभ दिया गया।

किशनगंज में लड़की का कोई कर रहा था पीछा, डायल 112 की टीम ने गंतव्य तक पहुंचाया

दूसरा केस किशनगंज का है, जहां दिनांक 09 सितंबर की रात्रि 12:25 बजे एक लड़की किशनगंज से पटना की ओर यात्रा कर रही थी। उसे आशंका थी कि कोई उसका पीछा कर रहा है। वह डर गई और “सुरक्षित सफर सुविधा” का लाभ उठाने के लिए 112 नंबर डायल किया। डायल 112 की टीम ने उनकी यात्रा को मॉनिटरिंग करना शुरू कर दिया। कुछ देर बाद डायल 112 को पता चला कि उनका नंबर नॉट रिचेबल है। इसलिए डायल 112 की टीम ने तुरंत ERV गाड़ी को संबंधित स्थान पर भेजा। ERV की गाड़ी उनसे सम्पर्क स्थापित की। उक्त महिला सुरक्षित अपने गंतव्य स्थान पहुंच गई।

उल्लेखनीय है कि राज्य के साथ-साथ देशभर में फेस्टिव सीजन की शुरुआत हो रही है। ऐसे में बिहार पुलिस द्वारा राज्य की महिलाओं के लिए की गई यह नई पहल काफी कारगर साबित हो रही है। हमारा यह उद्देश्य है कि राज्य की महिलाएं कहीं भी, कभी भी सुरक्षित यात्रा कर सकें। आने वाले समय में दुर्गापूजा, दीपावली, छठ जैसे त्योहार हैं, जिसे लेकर हमारी तैयारियां पूरी है।

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