पटना। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में सोमवार देर रात एक व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थिति में मौत को जहरीली शराब से हुई मौत बताई जा रही थी, जिसे बिहार पुलिस ने गलत करार दिया है। बिहार पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि मुजफ्फरपुर के उस व्यक्ति की मौत जहरीली शराब से नहीं, बल्कि मारपीट में हुई है।
भ्रामक खबर का बिहार पुलिस ने किया खंडन
बिहार पुलिस की ओर से जारी रिलीज में कहा गया है कि विभिन्न न्यूज चैनलों एवं सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सदर थाना अंतर्गत हुए मृत्यु के मामलें में “जहरीली शराब से एक की मौत” की खबर चलाई जा रही है। उक्त मामला प्रकाश में आते ही वरीय स्तर से घटनास्थल पर पहुंच कर इसकी जाँच पड़ताल की गई। मृतक के परिजन द्वारा समर्पित आवेदन में अज्ञात अपराधकर्मियों द्वारा मृतक के साथ मोबाईल चोरी हो जाने के आरोप में मारपीट करने एवं उपचार के क्रम में मृत्यु होने का जिक्र किया गया है। वादिनी के गॉव में भी जाकर सत्यापन किया गया जिसमें पाया गया कि अन्य किसी व्यक्ति की बिमार होने की पुष्टि नहीं हुई है। इस मामले को विभिन्न न्यूज एवं सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जहरीली शराब से मौत बताते हुए तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है, जो कि बिल्कुल निराधार एवं असत्य
है। मृतक के परिजन द्वारा समर्पित आवेदन के आधार पर सदर थाना में कांड दर्ज किया गया है।
मुजफ्फरपुर सदर थाना की पुलिस का भी कहना है कि आपसी विवाद की बात सामने आ रही है, जिसमें एक की मौत हो गई।पूर्व में स्थानीय लोगों का दावा है कि जिले के शेरपुर इलाके में जहरीली शराब पीने से अनिल शर्मा नामक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि कई अन्य की हालत बिगड़ गई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए SKMCH भेज दिया है और मामले की जांच कर रही है। यह घटना शेरपुर के भिखनपुरा गांव की है। मृतक अनिल शर्मा के परिजनों का आरोप है कि उसकी मौत जहरीली शराब पीने से हुई है। उनका कहना है कि मृतक के मुंह से बदबू और झाग आ रहा था। साथ ही गांव के कई अन्य लोग भी बीमार बताए जा रहे हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक, अनिल शर्मा समेत कई मजदूर दीघरा गांव के एक लीची बगान में काम करते थे। काम के दौरान सभी ने एक एल्युमिनियम के कबाड़ की दुकान से शराब पी थी। शराब पीने के बाद अनिल की तबीयत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई। अन्य लोगों ने डर के मारे बीमार लोगों को गुपचुप तरीके से इलाज के लिए कहीं और ले जाया। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कितने लोग शराब पीने से बीमार हुए हैं।