पटना : भागलपुर में सृजन के बाद एक और बड़ा घोटाला उजागर हुआ है। इस बार भागलपुर सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक में घोटाला हुआ है। बैंक के अधिकारियों और कर्मचारियों ने पांच शाखाओं से गबन कर कुल 55 लाख रुपए का घोटाला किया है। ऑडिट में मामला उजागर हुआ, जिसके बाद जांच और कानूनी कार्रवाई शुरू हो गई है। इस संबंध में सहकारिता विभाग के निबंधक के निर्देश पर जिला सहकारिता पदाधिकारी ने 11 अफसर और कर्मचाारियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है।
भागलपुर की दो और बांका की तीन शाखाओं से गबन
भागलपुर को-ऑपरेटिव बैंक की ऑडिट में यह बात सामने आई कि भागलपुर की दो शाखाओं और बांका की तीन शाखाओं से गबन किया गया है। इसकी रिपोर्ट संयुक्त निबंधक सहयोग समितियां भागलपुर प्रमंडल ने विशेष अंकेक्षण प्रतिवेदन विभाग को सौंपी, जिसके बाद सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के प्रबंध निदेशक ने प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया था। बताया जाता है को-ऑपरेटिव बैंक बांका जिले के कटोरिया शाखा से 30 हजार रुपए, शंभूगंज शाखा से एक लाख 13 हजार 245 रुपए, बेलहर शाखा से 42 लाख 31 हजार 448 रुपए का गबन किया गया। जबकि भागलपुर जिले की शाहकुंड शाखा से एक लाख 49 हजार 126 रुपए और बिहपुर शाखा से 9 लाख 66 हजार 792 रुपए का गबन किया गया। इस तरह कुल 54 लाख 90 हजार 612 रुपए का गबन उजागर हुआ है।
प्रबंध निदेशक ने एक हफ्ते में मांगी कार्रवाई की रिपोर्ट
भागलपुर सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के प्रबंध निदेशक एमजेड अंसारी ने एक हफ्ते में कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है। इन्होंने बैंक के दोषी कर्मचाारियों पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया। बता दें आरोपी अधिकाारियों और कर्मचारियों पर विभागीय कार्रवाई के तहत उनका निलंबन होने की संभावना है। साथ ही राशि की वसूली की जाएगी।