पटना। कोरोना का कहर एक बार फिर से बढ़ने लगा है। कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन के देश भर में अबतक लगभग 400 मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे में राज्य सरकारें व अन्य संस्थाएं अपनी तरफ से पाबंदियां लगानी शुरू कर दी हैं। इसी के तहत मध्य प्रदेश में नाईट कर्फ्यू लगा दिया गया। अब पटना में भी पाबंदी लगनी शुरू हो गयी है। अभी की बड़ी खबर यह है कि अब महावीर मंदिर में बिना मास्क के प्रवेश पर रोक लगा दी गयी है।
महावीर मन्दिर में बिना मास्क पहने प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण यह कदम उठाया गया है। महावीर मन्दिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि मास्क पहनकर मन्दिर आने की व्यवस्था कोरोना की पहली लहर से ही जारी है। लेकिन कोरोना के नए मामलों को देखते हुए इसे प्रवेश के लिए अनिवार्य कर दिया गया है। आचार्य किशोर कुणाल ने मन्दिर आनेवाले भक्तों को सामाजिक दूरी बनाकर मन्दिर में दर्शन-पूजन करने की अपील की है। उन्होंने बताया कि सुबह 10 से 12 बजे तक मन्दिर में भक्तों की संख्या ज्यादा रहती है। प्रतिदिन सुबह 11 बजे होनेवाली आरती में बड़ी संख्या में भक्त आते हैं। इसको ध्यान में रखते हुए इस अवधि में भक्तों को मन्दिर आने से परहेज करना चाहिए। पटना जंक्शन स्थित भगवान हनुमान के दो विग्रहों वाला प्रसिद्ध महावीर मन्दिर सुबह 5 बजे से रात्रि 11 बजे तक खुला रहता है। भक्तों के लिए अपने अराध्य के दर्शन और नैवेद्यम आदि प्रसाद चढ़ाने के लिए पूरे दिन का समय उपलब्ध है। इसलिए मन्दिर में एक बार में ज्यादा भीड़ न हो इसके लिए भक्तों को अलग-अलग समय पर अपनी सुविधा से आना चाहिए। इससे मन्दिर में सामाजिक दूरी बनाए रखने में सहूलियत होगी।
महावीर मंदिर में सुबह 10 से 12 बजे तक मन्दिर में भक्तों की संख्या ज्यादा रहती है। रोज सुबह 11 बजे होनेवाली आरती में बड़ी संख्या में भक्त आते हैं और इसी ध्यान में रखते हुए इस अवधि में भक्तों को मन्दिर आने से परहेज करना चाहिए। आचार्य किशोर कुणाल, महावीर मन्दिर न्यास के सचिव
आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि ऐसा देखने में आता है कि कई लोग बेवजह समय व्यतीत करने या किसी अन्य व्यक्तिगत कारण से मन्दिर परिसर में घंटों बैठे रहते हैं। ऐसे लोगों से अपील की गई है कि मन्दिर में दर्शन-पूजन करने के लिए ही आएं और उसके बाद यथाशीघ्र मन्दिर के निकास द्वार से बाहर चले जाएं। इससे मन्दिर परिसर में भीड़ जमा नहीं होगी और सबको सुविधा होगी। मन्दिर के प्रवेश द्वार, नैवेद्यम काउंटर और अन्य स्थानों पर सेनेटाइजर की व्यवस्था भी की गई है। भक्तों से अपने हाथों को सेनेटाइज करके प्रवेश करने की अपील की गई है।