पटना : बिहार पंचायत चुनाव में इस बार अब तक नए चेहरों को मौका दे रही है। वहीं, आठवें चरण के मतदान में जनता ने एक मुर्दे को चुनाव जीता दिया। मतदान से 18 दिन पहले मर चुका शख्स भारी मतों से पंच का चुनाव जीत गया। ऐसा पदाधिकारियों की लापरवाही से तो हुआ ही है, लेकिन जनता को प्रत्याशी की मरने की जानकारी थी। जनता ने उस मृत प्रत्याशी को जानबूझकर जीताया। मामला जमुई जिले के खैरा प्रखंड का है, जहां आठवें चरण का मतदान 22 नवंबर को हुआ है। जबकि रिजल्ट 26 नवंबर को जारी किया गया है। खैरा प्रखंड की हरखार पंचायत चुनाव (Harkhar Panchayat Election) के मतदान से पहले 6 नवंबर को दीपाकरहर गांव के वार्ड नंबर 2 में पंच प्रत्याशी सोहन मुर्मू की मौत हो गई थी। सोहन लंबे समय से बीमार था। दीपाकरहर गांव के वार्ड नंबर 2 में पंच पद के लिए दो प्रत्याशी सोहन मुर्मू और मुरा हेंब्रम थे। सोहन की मौत हो गई है, जिसकी जानकारी पदाधिकारियों को नहीं मिली। इस कारण पंचायत चुनाव के बैलेट पेपर से सोहन मुर्मू का नाम और चुनाव चिह्न नहीं हटा। लोगों ने सहानुभूमि से उसे वोट दिया और मृत सोहन चुनाव जीत गया।
फिर से होगा मतदान
गांव निवासी चंद्रिका रविदास ने बताया कि नवंबर के पहले हफ्ते में ही सोहन की मौत हो गई थी। प्रखंड में मतदान 24 नवंबर को हुआ। सोहन तो अपना चुनाव चिह्न भी नहीं ले सका। एक भी दिन प्रचार भी नहीं किया और वह जीत गया। खैरा (Khaira Block) प्रखंड के बीडीओ (BDO)राघवेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि सोहन के मरने की अब जानकारी हुई है। चुनाव रद्द कराकर फिर से मतदान कराया जाएगा।