पटना। बिहार में महिलाएं लगातार आगे बढ़ रही हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बेहतर सोच का परिणाम ही है कि अब बिहार पुलिस में महिलाओं की संख्या अनुपात अन्य राज्यों की तुलना में सार्वाधिक है। महिलाओं के इस बढ़ते कदम को लेकर, दुर्गा पूजा के अवसर पर अपने विभिन्न इकाइयों की उपलब्धियों व कार्यशैली को प्रदर्शित करने के लिए बिहार पुलिस इन दिनों सोशल मीडिया कैंपेन चला रही है। नवरात्र पर बिहार पुलिस के विभिन्न विंग में काम कर रही ‘महिला शक्ति’ को दुर्गा के नौ रूपों के रूप में दिखाया जा रहा है।
इस कड़ी में अब तक बिहार पुलिस के द्वारा अपने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर 6 वीडियो (ATS, Traffic Police, GRP, STF, SDRF एवं ERSS के कार्यों को उल्लेखित करते हुए) डाले गए हैं। इस कैंपेन के माध्यम से बिहार पुलिस ने महिला पुलिसकर्मियों की भूमिका और उनकी बढ़ती भागीदारी एवं पुलिस की सुरक्षा तैयारियों को दिखाया है। इन वीडियो के माध्यम से दिखाया गया है कि कैसे बिहार पुलिस के हर विंग में महिलाएं बेहतर काम कर रही हैं। बात एटीएस में काम कर रही महिला पुलिसकर्मी की हो या राजधानी पटना सहित राज्य के विभिन्न जिलों में ट्रेफिक संभाल रहीं महिला पुलिसकर्मी या फिर एमर्जेंसी में डायल 112 के जरिए इंसटेंट सर्विस दे रही ईआरएसएस की महिला जवान, राज्य की इन महिला पुलिसकर्मियों ने लोगों की सेवा को अपना धर्म बनाया है। इस नवरात्र बिहार पुलिस अपनी ऐसी ही महिला शक्ति को लोगों से रूबरू करा रहा है। इस कैंपेन का मुख्य उद्देश्य पुलिस बल की मजबूत छवि को लोगों तक पहुँचाना है।
बिहार पुलिस मुख्यालय स्थित सोशल मीडिया सेंटर के एसपी विशाल शर्मा ने पहले दिन एटीएस का वीडियो अपने एक्स हैंडल पर शेयर करते हुए लिखा, “वो शस्त्र तभी उठाती हैं, जब सामने वाला का हथियार गिराना हो। इन युवा व बहादुर महिलाओं को दिल से सलाम, जिन्होंने नारी शक्ति को चरितार्थ किया है।” एआईजी (वेलफेयर) विशाल शर्मा का कहना है कि इस बार हमलोगों ने एक वीडियो कैम्पेन के जरिये बिहार पुलिस की महिला शक्ति को दिखाने की कोशिश की है। बता दें कि बिहार पुलिस ने हाल के दिनों में सोशल मीडिया को जागरूकता का एक सशक्त माध्यम बनाया है, जिससे ट्रैफिक नियमों, साइबर अपराधों और सुरक्षा उपायों के प्रति आम जनता को सचेत किया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर निरंतर चलाए जा रहे इन अभियानों के जरिये, पुलिस लोगों को यातायात नियमों का पालन करने, साइबर फ्रॉड से बचने, और त्यौहारों के दौरान विशेष सतर्कता बरतने के लिए निरंतर जागरूक कर रही है। बिहार पुलिस द्वारा जारी किए जा रहे इन विडीयोज पर लोगों की खूब तारीफ़ें मिल रही हैं। आमलोगों का कहना है कि नवरात्र में अपनी महिला शक्ति को दिखाकर बिहार पुलिस ने बहुत अच्छी पहल शुरू की है। इन वीडियो के जरिए दुर्गा के 6 रूपों को अबतक दिखाया जा चुका है। बाकी वीडियो का भी लोगों को इंतजार है कि अब बिहार पुलिस महिला शक्ति के किस रूप से लोगों को रूबरू कराएगी।
गौरतलब है कि बिहार पुलिस के इस सोशल मीडिया सेंटर को आईपीएस विशाल शर्मा के नेतृत्व में चलाया जा रहा है। पुलिस उपाधीक्षक चंदन पुरी की देखरेख में सोशल मीडिया सेंटर की टीम चौबीसों घंटे काम करती है, जिसमें सोशल मीडिया पर पोस्ट डालने से लेकर जिलों के सोशल मीडिया सेंटर तक से लगातार संपर्क किया जाता है और कोई भी बड़ी घटना होने पर संबंधित अधिकारी को प्रेषित किया जाता है। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर हथियार लहराने वाले या भ्रामक वीडियो या पोस्ट डालने वालों पर भी पैनी नजर रखी जाती है। फेक अकाउंट या धार्मिक उन्माद फैलाने वाले फोटो/वीडियो पोस्ट करने वालों पर नजर रखी जाती है, और ऐसे सस्पीसीयस अकाउंट होल्डर की डिटेल्स एओयू को भेजी जाती है, ताकि कुछ भी गलत करने से रोक जाए। जानकारी के अनुसार अबतक सैकड़ों अकाउंट को बंद करवाया गया है, तो दर्जनों पर एफआईआर दर्ज की गई है। सोशल मीडिया सेंटर कामयाबी का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि बिहार के सभी सरकारी ऑफिस के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में बिहार पुलिस नंबर वन पर है।