पटना : तालिबान को बड़ा नुकसान पहुंचा है। मसूद के लड़ाकों ने तालिबानी ठिकानों पर बम बरसाए हैं, जिसमें कई तालिबानी लड़ाकों की जान चली गई। पंजशीर में नॉर्दन अलायंस के लड़ाकों ने हेलीकॉप्टर से तालिबानी ठिकानों पर बम बरसाए। रेजिस्टेंस फोर्स ने कहा कि पंजशीर फिर उठा खड़ा हुआ। एनआरएफ ने बजरक, आबदरा, तवाख, पुष्घोर और सादिद-चेहर में तालिबान पर हमला किया। सूत्रों के अनुसार तीन अज्ञात हेलीकॉप्टरों से तालिबानी ठिकानों को बर्बाद किया गया है। नेशनल रेजिस्टेंस फ्रेंट के टेलीग्राम चैनल पर मैसेज में बताया गया कि तीन अज्ञात हेलीकॉप्टरों ने पंजशिर घाटी में तालिबान के ठिकानों पर बमबारी की और तालिबानी लड़ाकों को मार गिराया। इधर, पाकिस्तान के तालिबान को हवाई सपोर्ट से अफगानिस्तान में विरोध की चिंगारी भड़क गई है। बड़ी तादाद में लोग घर से बाहर निकलकर पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगा रहे हैं।
तालिबान ने सत्ता समारोह के लिए 6 देशों को भेजा न्योता
अफगानिस्तान की सत्ता संभालने के लिए तालिबान कई देशों से नजदीकियां बढ़ा रहा है। अब सत्ता समारोह के लिए तालिबान ने छह देशों को न्योता भेजा है। इन देशों में रूस, चीन, तुर्की, ईरान, पाकिस्तान और कतर शामिल हैं। बता दें पिछली बार तालिबान सरकार को सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और पाकिस्तान ने मान्यता दी थी। इस बार तालिबान के समर्थन में कई देश हैं। हालांकि पाकिस्तान एक ऐसा देशा है, जो हमेशा तालिबान के समर्थन में रहा है। यही कारण है कि इस बार ही तालिबान ने अपना दूसर घर पाकिस्तान को बताया है।
रुको और देखो की नीति पर काम कर रहे देश
तालिबान को लेकर कई देश रुको और देखो की नीति पर काम कर रहे हैं। खासकर चीन लगातार तालिबानियों के समर्थन में दिख रहा है। अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों के जाने के बाद चीन अपना पूरा समर्थन तालिबानियों को दे रहा है।