पटना : बिहार में कोरोना का संक्रमण बेकाबू होता दिख रहा है। ऐसे में केंद्रीय टीम रविवार को आई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के नेतृत्व में टीम ने सूबे के आला अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इसमें केंद्रीय टीम ने कोरोना से निपटने के लिए इसके जांच के तरीकों में बदलाव लाने की बात कही। टीम ने कहा कि जांच में बदलाव किए बिना संक्रमण पर नियंत्रण संभव नहीं है। ट्रैकिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट पर जोर दिया। साथ ही केंद्रीय टीम ने स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली। राहत की बात है कि टीम ने सूबे में कोरोना का कम्यूनिटी इंफेक्शन को नहीं माना।
पहले संक्रमित को पहचानें, फिर उन्हें अलग करें
केंद्रीय टीम ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कहा कि सबसे पहले संक्रमित की पहचान करें। फिर उसके अलग रख इलाज करें, तभी संक्रमण का चेन टूटेगा और रिकवरी बढ़ेगी। टीम ने कहा कि महाराष्ट्र और दिल्ली यही काम कर रहा है। इस कारण वहां अच्छे परिणाम भी आ रहे हैं। टीम सोमवार को गया जाएगी। वहां मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करेगी। साथ ही जिले के किसी एक कंटेनमेंट जोन का भी जायजा लेगी। पटना से यह टीम रविवार की रात ही गया के लिए रवाना हो चुकी है।