पटना : कोचिंग एसोसिएशन ऑफ बिहार (कैब) ने बिहार सरकार को बड़ी चेतावनी दी है। कोचिंग संचालकों ने कहा कि हम सरकार को 50 प्रतिशत टैक्स देते हैं और अब हमारे संस्थान नहीं खोलने दिए गए तो हम पलायन कर जाएंगे। कोचिंग संचालकों का कहना है मार्च से संस्थान बंद रहने के कारण हमारी स्थिति बेहद बुरी हो गई है। हम अब छात्रों को अपने संस्थान में आने देने से नहीं रोक सकते। ग्रामीण क्षेत्र के छात्र-छात्राएं ऑनलाइन क्लास में सहज नहीं हैं। उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है और हमारे संस्थान का भविष्य। संचालकों ने यह भी कहा कि कोचिंग बंद रहने के कारण करीब 1.20 लाख लोग बेरोजगार हो गए हैं। इधर, प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि गुरुवार को होने वाली क्राइसिंस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में कोचिंग खोलने के मुद्दे को उठाएंगे। इस दिशा में जरूर सकारात्मक फैसला होगा।
सभी चीज खुल रहे तो हम पर पाबंदी क्यों
कोचिंग एसोसिएशन ऑफ बिहार के बैनर तले कोचिंग संचालकों का यह कहना है कि जब अनलॉक-6 के तहत हर चीज खोल दी गई तो फिर कोचिंग पर ही पाबंदी क्यों लगाकर रखी गई है। थियेटर, होटल, मंदिर, मॉल, स्वीमिंग पुल आदि खोल दिए गए हैं। अनलॉक-6 अगस्त से ही लागू है। ऐसे में कोचिंग संचालकों को नीतीश सरकार के खिलाफ ज्यादा गुस्सा है। बता दें पटना में ही तीन हजार कोचिंग हैं, जहां 10 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं हैं। संचालकों ने राज्य सरकार से एसओपी के आधार पर अपने संस्थान खोले जाने की मांग किया है।