पटना : बिहार में लॉकडाउन हटाकर कई छूट मिली पर धार्मिक स्थलों को अब भी बंद रखने का आदेश है। मगर, मुंगेर के डीएम (कलेक्टर) ने प्रसिद्ध चंडिका स्थान को खुलवाकर अपने परिवार के साथ पूजा की। हाल में पदस्थापित हुए डीएम नवीन कुमार ने शनिवार को पुजारी से चंडिका स्थान का पट खुलवाया और पूजा की। बता दें सूबे में पांच मई से सभी तरह के धार्मिक स्थल पूरी तरह बंद हैं। आम और खास लोगों को पूजा करने की कोई अनुमति नहीं है। इन सबके बावजूद लोगों को गाइडलाइन का पालन करने के लिए कहने वाले कलेक्टर ने ही कोविड-19 की गाइडलाइन का उल्लंघन किया। अपने परिवार के साथ डीएम नवीन कुमार मंदिर के गर्भगृह तक पहुंचे और वहां अपनी पत्नी और दोनों बेटों के साथ काफी देर तक पूजा-पाठ की।
सोशल मीडिया पर वायरल हुईं तस्वीरें
डीएम द्वारा सरकार की गाइडलाइन का उल्लंघन कर चंडिका स्थान में पूजा करने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शनिवार से ही वायरल हो रही हैं। सोशल मीडिया यूजर्स तरह-तरह के पोस्ट लिख रहे हैं। लोगों का कहना है कि गाइडलाइन के उल्लंघन पर आम लोगों को फाइन भरना पड़ता है। सिर्फ मास्क नहीं पहनने पर 50 रुपए जुर्माना लिया जा रहा है और यहां डीएम खुद अपने परिवार के साथ पुजारी से जबरन मंदिर खुलवाकर पूजा कर रहे हैं।
चंडिका स्थान समिति के सचिव बोले-नेता और डीएम को कैसे मना कर सकते
लोगों और मीडिया ने जब चंडिका स्थान समिति के सचिव से बात की तो प्रभु दायल सागर ने कहा कि मंत्री, विधायक और डीएम को हम पूजा करने से कैसे मना कर सकते हैं? वहीं, डीएम ने पूरे मामले में चुप्पी साध ली।
केंद्रीय मंत्री ने भी लॉकडाउन में आधी रात को खुलवाया था मंदिर
इससे पहले केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने नवंबर महीने में आधी रात को चंडिका स्थान को खुलवाया था। तब से धार्मिक स्थलों को बंद रखने का आदेश था। उस आदेश को तोड़कर केंद्रीय मंत्री ने आधी रात को सपरिवार चंडिका स्थान में पूजा की थी। तब भी स्थानीय लोगों और विपक्षी नेताओं ने जमकर बवाल मचाया था। हालांकि पूरे मामले में केंद्रीय मंत्री के खिलाफ कोई कार्रवाई या शिकायत दर्ज नहीं हुई थी।