पटना। देश में कोरोना की तीसरी लहर ने अपना रूप दिखाना शुरू कर दिया है। पिछले सात दिनों में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगभग दो सौ फीसदी की इजाफा देखा गया है। यह वाकई खतरनाक संकेत हैं। मुुंबई, दिल्ली, कोलकाता सहित कई शहर व राज्य इसकी चपेट में आने लगे हैं। कोविड के नए वैरियंट ओमिक्राॅन ने तो बिहार में भी अपनी दस्तक दे दी है। ऐसे में आपको अभी से अपना और अपनों का ख्याल ख्याल रखना चाहिए। विशेषज्ञों के अनुसार तीसरी लहर पहली लहर से कई गुना ज्यादा खतरनाक है। आज हम आपको कुछ वैसे गैजेट्स के बारे में बताएंगे, जिसे आपको अभी से खरीदकर रख लेना चाहिए।
अब तक के आंकड़ों के केसेज के अनुसार कोविड की इस नई लहर की रफ्तार पिछली वेव की तुलना में 262 गुना तेज है। ऐसे में एक बार फिर इस महामारी की चपेट में आने से बचने के लिए सभी को अलर्ट रहने की जरूरत है। हमारे पास कुछ ऐसे गैजेट्स भी होना चाहिए जो हमारी सेहत का ध्यान रखें। एक्सपर्ट डाॅक्टर्स से बातचीत के बाद हम आपको यहां ऐसे ही गैजेट्स के बारे में बता रहे हैं, जो आपको अभी से खरीदकर रख लेनी चाहिए ताकि अगर कहीं इसकी जरूरत पड़े तो आप तुरंत इसका इस्तेमाल कर सकें।
पल्स ऑक्सीमीटर का स्थान इन जरूरी गैजेट्स में सबसे पहले नंबर पर आता है। कोविड महामारी ने इसकी डिमांड और बढ़ा दी थी। पटना के वरीय फिजिशियन दिवाकर तेजस्वी कहते हैं कि कोविड वायरस से संक्रमित लोगों के ब्लड में ऑक्सीजन लेवल कम होने लगता है, इस बात का पता पल्स ऑक्सीमीटर से ही लगाया जा सकता है। अगर पल्स ऑक्सीमीटर आपके घर में है तो आप रेग्युलर ऑक्सीजन लेवल को माॅनीटर कर सकते हैं और ज्यादा कम होने पर ऑक्सीजन सिलेंडर लाकर या फिर डाॅक्टर्स से संपर्क कर समय पर उचित इलाज करवा सकते हैं।
कोरोना के नए वैरियंट ओमिक्रॉन के मरीजों के गले में परेशानी देखी जा रही है। इसमें गला अंदर से छिल जाता है। नाक बंद होना, सूखी खांसी और पीठ में नीचे की तरफ दर्द की समस्या ओमिक्रोन पीड़ित मरीजों को हो रही है। इसके अलावा आपकी आवाज फटी-फटी या गला बैठा हुआ भी महसूस हो सकता है। दोनों वैक्सीन लगवा चुके लोगों में कफ एक प्रमुख लक्षण के तौर पर उभरकर सामने आया है, वहीं नाक का बहना भी एक संकेत है। कई मरीजों में वेवजह थकान की भी शिकायतें मिल रही हैं।
पटना के वरीय ऑर्थोपेडिशियन डाॅ अमूल्य कुमार सिंह का कहना है कि कोविड मरीजों को ब्लड प्रेशर की प्रॉब्लम भी होती है। ऐसे में आपके घर पर बीपी मशीन का होना भी बहुत जरूरी हो जाता है। बाजार में बीपी चेक करने की कई तरह की इलेक्ट्रॉनिक मशीन मिलती हैं, जो ऑटोमैटिक बीपी को मेजर करती हैं। हालांकि यह पूरी तरह एक्यूरेट तो नहीं होती, पर एक अंदाजा जरूर लगा सकते हैं। बीपी को आप रेग्युलर चेक करते रहेंगे तो किसी भी इमरजेंसी से बचा जा सकता है।
यूवी स्टरलाइजर कोविड महामारी के दौरान घर पर रहने वाले सबसे जरूरी गैजेट्स में से एक है। यूवी स्टरलाइजर घर की हवा में फैले बैक्टीरिया को साफ करने में मदद करता है। इसके साथ न्ट लाइट सैनेटाइजर बॉक्स स्मार्टफोन, गॉगल, ईयरबड्स, ईयरफोन, नोट या दूसरे छोटे आइटम को सैनेटाइज करने के काम में आता है। वरीय आई स्पेशलिस्ट डाॅ सुनील सिंह कहते हैं कि सबसे जरूरी है कि खुद को और आसपास साफ सफाई रखना, ऐसे में यह इक्विपमेंट बहुत जरूरी हो जाता है। सबसे जरूरी कि अपनी आंखों को बिना हाथ को सैनिटाइज किए टच नहीं करें। ऐसे भी आप कोरोना के खिलाफ जंग में जितना साफ-सुथरा और सोशल डिस्टेंस मैंटेन करेंगे, उतना सेफ रहेंगे।
पटना के वरीय डेंटिस्ट डाॅ संजय सिन्हा का कहना है कि कोरोना के खिलाफ इस जंग में घर पर पोर्टेबल ऑक्सीजन कैनिस्टर को होना भी जरूरी है। कोविड पॉजिटिव मरीजों के ब्लड में ऑक्सीजन का लेवल गिरने लगता है। ऐसे में पोर्टेबल ऑक्सीजन कैनिस्टर इमरजेंसी कंडीशन ऑक्सीजन को मेंटेन रखता है। कोरोना वायरस सबसे अधिक आपके लंग्स को ही अफेक्ट करता है, ऐसे में यह इक्विपमेंट आपके लिए बेहद जरूरी हो जाता है।
पटना एम्स की डाॅ नेहा सिंह कहती हैं कि कोविड-19 रैपिड एंटीजन सेल्फ टेस्ट किट भी घर में होना चाहिए। अभी तो इजिली जांच हो भी जा रहा है, पर लगातार बढ़ रहे केसेस की वजह से कोविड टेस्टिंग की बुकिंग करना काफी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में अगर आपके पास किट अवेलेबल है तो कोविड टेस्ट के लिए आपको घर से बाहर निकलना नहीं पड़ेगा। हालांकि खुद से जांच करना थोड़ा टफ है, पर आप किट तो रख ही सकते हैं।
कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए जरूरी बातें
- सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाएं, खासतौर पर वहां जरूर लगाएं जहां शारीरिक दूरी बनाना संभव न हो।
- दूसरों से सुरक्षित दूरी (कम से कम 1 मीटर) बनाए रखें, भले ही वे बीमार न हों।
- बंद जगहों की बजाय खुली, हवादार जगहें चुनें। अगर किसी आॅफिस के भीतर काम कर रहे हैं, तो खिड़कियां खोले रखें।
- हाथों को बार-बार धोएं। हाथ धोने के लिए, साबुन और पानी या एल्कोहल वाला हैंड रब इस्तेमाल करें।
- अगर आपने अबतक वैक्सीन का दोनों डोज पूरा नहीं किया है तो अवश्य करें। 15 से 18 साल के युवाओं को भी अवश्य लगवाएं।
- खांसने या छींकने पर अपनी नाक और मुंह को कोहनी या रूमाल से ढंक लें। कोई छींके या खांसे तो उससे दूरी बनाए रखें।
- अगर आप कभी भी अस्वस्थ महसूस करें तो घर पर ही रहें, खुद के स्वास्थ्य की माॅनीटरिंग करें और जरूरत पड़े तो डाॅक्टर्स की सलाह लें।