पटना : दुनिया भर में कोरोना वायरस का प्रकोप दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। इस वायरस के संक्रमण से बचने के लिए सिर्फ एक ही चीज अब तक सही और कारगर है, वह सोशल डिस्टेंसिंग। अपने घर में रहें, क्योंकि कोरोना वायरस से जुड़ी कोई भी सही जानकारी किसी के पास नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के पास भी नहीं। जी हां, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की गाइडलाइन के मुताबिक कोरोना संदिग्ध या किसी भी व्यक्ति में 14 दिन में कोरोना के लक्षण सामने आ जाते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। कई ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, जिसमें 28 दिन क्वारेंटाइन रहने के बाद लोगों में कोरोना का लक्षण दिखना शुरू हो रहा है। शायद यही वजह है कि भारत का इकलौता राज्य केरल जिसने अपने यहां क्वारेंटाइन की अवधि 28 दिन की रखी है। इसका खुलासा तब हुआ जब शनिवार को केरल में ही यूएई से आई महिला 28 दिन घर में क्वारेंटाइन रहने के बाद जब जांच कराई तो वह कोरोना पॉजिटिव मिली। बताया जाता है कि महिला यूएई से 18 मार्च को आई थी और कमरे में क्वारेंटाइन रहने के बाद 16 अप्रैल को उसने अपनी जांच कराई। उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव मिली।
केरल में एक दर्जन ऐसे लोग हैं कोरोना पॉजिटिव
केरल में 28 दिन क्वारेंटाइन बाद कोरोना का लक्षण पाए जाने का यह पहला मामला नहीं है। सूबे के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक करीब एक दर्जन ऐसे मरीज हैं, जिनमें एक महीने के क्वारेंटाइन के बाद कोरोना वायरस का लक्षण सामने आना शुरू हो रहा है। विभाग ने बताया कि फिलहाल वहां 400 मरीज हैं। हालांकि WHO के अनुसार 14 दिन के क्वारेंटाइन के बाद 95 प्रतिशत लोगों में कोरोना का लक्षण दिखता है।