पटना : बिहार में कोरोना वायरस से संक्रमित आठ लोगों की गुरुवार को मौत हो गई। इसमें सबसे अधिक पटना निवासी छह मरीजों ने दम तोड़ा है। कोरोना से मरने वालों में गया निवासी जदयू एमएलसी मनोरमा देवी के पति बिंदी यादव भी शामिल हैं। इनका पीएमसीएच में इलाज चल रहा था। हालांकि परिवार वालों ने बिंदी की मौत के लिए अस्पताल अस्पताल प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है। परिजनों ने अस्पताल अधीक्षक और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। इधर, अधीक्षक ने बताया कि दोपहर में कोविड वार्ड के नोडल अधिकारी डॉ. पीएम झा और दो अन्य डॉक्टर बिंदी यादव को देखने गए थे। इनके अलावा पटना एम्स में फुलवारीशरीफ निवासी रेनिस लॉरेंस, शास्त्रीनगर निवासी रामानुज चौधरी, जयप्रकाश नगर निवासी उषा देवी और समनपुरा निवासी अली परवेज ने दम तोड़ दिया। एनएमसीएच में कंकड़बाग के अशोक नगर निवासी राकेश कुमार, रोहतास के नोखा निवासी शारदा देवी और शास्त्रीनगर निवासी शांति देवी की भी मौत हो गई। भागलपुर में तीन, बिहारशरीफ और अरवल में एक-एक मरीज की जान चली गई।
सूबे में संक्रमितों की संख्या पहुंची 31691
सूबे में कोरोना से संक्रमित 1625 नए मरीज गुरुवार को मिले। अब कुल मरीजों की संख्या 31691 हो गई है। राजधानी पटना में 306 नए मरीज मिले हैं। इनमें पीएमसीएच के तीन डॉक्टर समेत 20 कर्मचारी शामिल हैं। पटना में अब तक 4728 लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इधर, सरकार ने कोरोना इलाज के 5 हजार बेड बढ़ाने का फैसला लिया है। जल्द ही कोरोना डेडिकेटेड 19 अस्पतालों में 1100 बेड बढ़ाए जाएंगे। खासतौर पर पटना के अस्पतालों में बेड में बढ़ोतरी होनी है। पटना गांधी मैदान स्थित ज्ञान भवन में 100 बेड का कोरोना अस्पताल बनेगा। इसके अलावा गुरु गोविंद सिंह अस्पताल को एनएमसीएच से जुड़ा जाएगा। इसके साथ ही यहां 100 बेड बढ़ाए जाएंगे। वहीं, बिहटा ईएसआई अस्पताल में 300 बेड बढ़ेंगे। यहां कुल 400 बेड हो जाएंगे।