पटना : बिहार का सबसे बड़ा अस्पताल पीएचसीएच हमेशा लचर व्यवस्था को लेकर विवादों में रहता है। ऐसे में कोरोना सैंपलों की जांच का बड़ा जिम्मा पीएमसीएच पर है, लेकिन यहां एक दिन में सिर्फ 45 सैंपल ही जांच हो रहे हैं। जबकि पटना समेत 4 जिलों की जिम्मेदारी पीएमसीएच को दी गई है। ऐसे में सरकार ने अब दो और मेडिकल कॉलेजों को कोरोना के लिए डेडिकेट किया है। जी हां, अब गया मेडिकल कॉलेज और भागलपुर स्थित मायागंज अस्पताल में सिर्फ कोरोना मरीजों का इलाज किया जाएगा।
सीएम ने कहा, दवा व मास्क की नहीं हो कमी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को अधिकारियों से कहा कि सूबे के किसी अस्पताल या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर दवा या मास्क की कमी नहीं होने चाहिए। न ही किसी तरह के उपकरणों की कमी आनी चाहिए। बता दें सूबे में कोरोना के दस्तक देने के बाद से नीतीश लगातार इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं और अधिकारियों को लगातार संबंधित दिशा-निर्देश दे रहे हैं।