पटना। मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह के घर मिली एके47 रायफल और इंडिगो के बिहार इंचार्ज रुपेश सिंह हत्याकांड में आरोपियों के बरी होने के बाद जिस तरह से पटना पुलिस के काम पर दाग लगा है। अब इसको लेकर राज्य के नवनियुक्त डीजीपी आलोक राज ने बड़ा बयान दिया है। पुलिस मुख्यालय में आयोजित अपनी पहली प्रेस वार्ता में डीजीपी ने साफ कहा कि कोर्ट का जो भी आदेश आया है, उसका सम्मान करते हैं। जहां तक इन केसों में पुलिस की भूमिका पर उठे सवालों की बात तो इस इस बिंदु पर विधि परामर्श के बाद ही विचार किया जाएगा।
बढ़ते अपराध पर News18 के पत्रकार अमित कुमार के सवाल पर डीजीपी ने कहा कि सभी पुलिस पदाधिकारी को निर्देश जारी कर दिया गया है। उन्हें निर्देश दिया गया है उनके कामों की समीक्षा भी होगी. पुलिस का निरीक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है पहले भी चलाया गया है. अपराध रोकने के लिए समय सीमा के अंदर सभी अधिकारियों को निर्देश दे दिया गया है.
नए कानून को लेकर डीजीपी ने कहा कि इसको लेकर दो बार प्रशिक्षण दिया गया है, जिसमें सभी जिलों में पुलिस पदाधिकारियों को कानून की बारिकियों से अवगत कराया गया है। डीजीपी आलोक राज का यह बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है कि क्योंकि जेल से बाहर आने के बाद अनंत सिंह ने इस मामले में तत्कालीन एसपी लिपि सिंह पर उन्हें झूठे केस में फंसाने का आरोप लगाया था। बता दें कि अनंत सिंह ने कहा था कि लिपि सिंह ने जदयू के एक पूर्व नेता के इशारे पर यह काम किया था।