पटना : नवादा जिले में निगरानी की टीम ने मंगलवार को घूस लेते संयुक्त औषधालय के हेड क्लर्क को गिरफ्तार कर लिया। दोपहर में रमेश चौधरी को निगरानी की 10 सदस्यीय टीम ने दबोचा। हेड क्लर्क किरानी रमेश घूस के रूप में डॉक्टर नित्यानंद राय से 35 हजार रुपए मांगा था। डॉक्टर के डीएसीपी भुगतान के लिए उसने घूस मांगा था। पहली किस्त के रूप में डॉक्टर से 15 हजार रुपए ले रहा था, तभी निगरानी ने दबोच लिया। निगरानी की टीम ने बताया कि 12 मार्च को डॉ. नित्यानंद ने पटना में हेड क्लर्क द्वारा घूस मांगे जाने की शिकायत दर्ज कराई थी। इसको गंभीरता से लेते हुए पटना से 10 सदस्यीय टीम नवादा पहुंची और आरोपी को घूस लेते रंगेहाथ पकड़ लिया।
निगरानी टीम को 2 किलोमीटर चलना पड़ा पैदल
टीम ने बताया कि घूसखोर हेड क्लर्क को पकड़ने के लिए उन्हें दो किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। उसे निगरानी के आने की भनक नहीं लगे, इसलिए टीम ने अपनी दो गाड़ियां दो किलोमीटर पहले ही छोड़ दी थी और पैदल ही उसे पकड़ने के लिए चले आए। बता दें इससे पहले अंचल निरीक्षक को पकड़ने यह टीम आई थी। हालांकि वह अंचल निरीक्षक बच गया था। इस दौरान निगरानी की टीम पर चोर-चोर कहकर हमला करवा दिया गया था।
रेप के दोषी को 21 साल सश्रम कारावास
हाजीपुर में पॉक्सो स्पेशल कोर्ट ने रेप के दोषी को 21 साल सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही 1 लाख रुपए अर्थदंड की भी सजा दी है। बलिगांव थाना के कांड-96/19 में मामले की सुनवाई कर विशेष न्यायाधीश आशुतोष कुमार झा की अदालत ने यह फैसला सुनाया है। कोर्ट ने मो. मिंटू को सजा सुनाई और कहा कि अर्थदंड की राशि नहीं देने पर एक साल अतिरिक्त सजा काटनी होगी। बता दें 17 जुलाई 2019 को बलिगांव थाना क्षेत्र में खेत में सब्जी तोड़ने गई बच्ची का मो. मिंटू ने रेप किया था। पीड़ित बच्ची ने घर वालों को जानकारी दी तो पीड़ित परिवार ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया और फिर प्राथमिकी दर्ज कराई। अभियोजन पक्ष ने कोर्ट में आठ गवाह और 12 सबूत पेश किए। इसके आधार पर कोर्ट ने मो. मिंटू को दोषी करार दिया और उपरोक्त सजा सुनाई।