भारतीय महिला हॉकी टीम की फॉरवर्ड खिलाड़ी उदिता, जिन्होंने भारतीय टीम के लिए 32 मैच खेले हैं, ने कहा है कि टोक्यो ओलंपिक के लिए 16 सदस्यीय भारतीय टीम में शामिल होना उनके लिए किसी सपने के सच होने जैसा है। वर्ष 2017 में सीनियर टीम में पदार्पण करने वाली उदिता ने कहा कि वह भाग्यशाली महसूस करती हैं कि उन्हें अपने करियर के अब तक के कुछ सबसे बड़े खेल आयोजनों और फिर ओलंपिक में भारतीय टीम के लिए खेलने का मौका मिला है और उनके लिए यह किसी सपने के सच होने जैसा है।
उदिता ने 2015 में किया था पदार्पण
वर्ष 2015 में घरेलू टूर्नामेंटों में कुछ प्रभावशाली प्रदर्शन के बाद उदिता को जूनियर नेशनल कैंप के लिए चुना गया था। इसके बाद वर्ष 2016 में जूनियर टीम के लिए पदार्पण करने के बाद 2016 में ही उन्होंने चौथे अंडर-18 महिला एशिया कप में कांस्य पदक जीतने वाली जूनियर इंडिया टीम का नेतृत्व किया। एक साक्षात्कार के दौरान उदिता ने कहा,”मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मुझे एशियाई खेलों और लंदन में विश्व कप जैसे कुछ सबसे बड़े आयोजनों में भारत के लिए खेलने का मौका मिला, जहां हमने एक टीम के रूप में कुछ महत्वपूर्ण प्रदर्शन किया था।”
Switching sports from handball to Hockey completely changed her life.
The Indian Women's Hockey Team Forward, Udita says that being named in the #TokyoOlympics squad is a dream come true for her.
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— Hockey India (@TheHockeyIndia) June 28, 2021
वैकल्पिक खेल के तौर पर हॉकी चुना
हरियाणा की 23 वर्षीय उदिता, जो 2018 एशियाई खेलों में रजत पदक विजेता टीम का हिस्सा थीं, ने बताया कि कैसे हैंडबॉल से हॉकी में खेल को बदलने से उनका जीवन बदल गया है। उन्होंने कहा, “यह आश्चर्यजनक है जहां जीवन आपको ले जाता है। मैंने केवल छह साल पहले हॉकी खेलना शुरू किया था। इससे पहले, मैं हैंडबॉल खेलने में व्यस्त थी। लेकिन मेरे लिए जीवन की अन्य योजनाएं भी थीं। मेरे हैंडबॉल कोच लगातार तीन दिनों तक अनुपस्थित रहे और एक वैकल्पिक खेल के तौर पर मुझे हॉकी को चुनने के लिए प्रेरित किया। हॉकी खेलने के विकल्प ने मेरे जीवन को पूरी तरह से बदल दिया।”
सीनियर खिलाड़ियों ने जताया भरोसा
उदिता ने यह भी कहा कि उन्होंने रानी और वंदना कटारिया जैसी सीनियर खिलाड़ियों से बहुत कुछ सीखा है, “रानी और वंदना के साथ प्रशिक्षण ने मुझे बहुत कुछ सिखाया है। उन दोनों ने आपसे में मिलाकर भारत के लिए लगभग 500 मैच खेले हैं। उनके बीच बहुत अच्छा तालमेल है। वे बहुत अनुभवी खिलाड़ी हैं और टीम के साथ मेरे समय के दौरान हमेशा मेरा समर्थन किया है। मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि टीम में उनके जैसे सीनियर हैं।”
ओलंपिक में सर्वश्रेष्ठ परिणाम हासिल करना लक्ष्य
23 जुलाई 2021 से शुरू होने वाले टोक्यो ओलंपिक के लिए भारतीय टीम की तैयारियों के बारे में बोलते हुए, उदिता ने कहा कि टूर्नामेंट से पहले आने वाले सप्ताह प्रत्येक खिलाड़ी के जीवन के सबसे महत्वपूर्ण दिन होने जा रहे हैं। भारतीय टीम का अभी केवल एक ही फोकस है, जो टोक्यो है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि अगले कुछ सप्ताह हमारे जीवन के सबसे महत्वपूर्ण दिन होने जा रहे हैं। अब हम जो कुछ भी करते हैं, उसका केवल एक ही उद्देश्य है और वह है टोक्यो ओलंपिक में सर्वश्रेष्ठ परिणाम हासिल करना।”