पटना। मुजफ्फरपुर के चर्चित दुष्कर्म और हत्या मामले की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट में बहुत बड़ा खुलासा हुआ है, जिसके अनुसार महादलित नाबालिग लड़की के साथ रेप हुआ ही नहीं था और न ही उसके प्राइवेट पार्ट में कोई इंजरी मिली है। इस अपडेट के बाद अब मृतका की बड़ी बहन सवालों के घेरे में आ गई है। आखिर मुख्य आरोपी संजय राय से उसका कनेक्शन क्या था? क्यों फोन पर इतनी लंबी बात करती थी? सबसे बड़ी बाद घटना के दिन उसका लोकेशन घर से बाहर क्यों था और हत्या के बाद भी संजय राय से बात क्यों हुई?
मुजफ्फरपुर में बीते दिनों गांव के ही एक व्यक्ति ने अपने अन्य सहयोगी के साथ मिलकर घर से नाबालिग को अगवा कर दुष्कर्म करने के बाद उसकी हत्या कर दी थी, ऐसा परिजनों का आरोप है। मामले की गंभीरता को देखते हुए मुजफ्फरपुर एसएसपी राकेश कुमार के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया था, जिसका नेतृत्व एसडीपीओ सरैया कुमार चंदन कर रहे हैं। एसएसपी राजेश कुमार द्वारा गठित विशेष टीम लगातार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए मुजफ्फरपुर के साथ साथ अन्य जगहों पर भी छापेमारी कर रही है, हालांकि अभी तक मुख्य आरोपी पुलिस के गिरफ्त से बाहर है। मुजफ्फरपुर पुलिस ने घटना के महज 6 दिनो के अंदर ही आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने के सूरत में न्यायालय से इश्तिहार और कुर्की जप्त्ति का आदेश मिलते ही आरोपी के घर पर बुलडोजर चलवा दिया।
“अब तक की जांच में पुलिस इन्वेस्टिगेशन और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रेप की बात सामने नहीं आई है, जबकि कई जगह सोशल साइट पर यह बात सामने आई थी कि लड़की के साथ रेप करके उसके छाती को काट लिया गया था और उसके प्राइवेट पार्ट्स में भी चाकू से हमला किया गया था जिसमें कोई सत्यता नहीं है। मृतका के शरीर से डॉक्टरों की टीम ने सैंपल लेकर जांच के लिए बाहर भेजा है।”
राकेश कुमार, एसएसपी, मुजफ्फरपुर
बता दें कि पूरे मामले को लेकर कई दिनों से ख़बर चल रही थी कि आरोपी द्वारा नाबालिग के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी गई। इतना ही नहीं आरोपी द्वारा नाबालिग के प्राइवेट पार्ट पर भी वार किया गया है ओर उसके स्तन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया था, पर अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद अफवाहोंपर विराम लग गया है। मामले को लेकर विशेष टीम जहाँ एक तरफ़ आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार मुजफ्फरपुर सहित कई अन्य जिलों मे छापेमारी कर रही है, वहीं पुलिस ने नाबालिग और आरोपी के कॉल डिटेल से कई महत्पूर्ण जानकारी प्राप्त की है। कॉल डिटेल के अनुसार पीड़ित परिवार और नाबालिग से आरोपी की रोज कई कई बार बात होने की बात सामने आई है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि जिस आरोपी से पूरे पीड़ित परिवार की इतनी बात होती थी, तो आरोपी ने आख़िर किस कारण से नाबालिग का अपहरण कर दुष्कर्म के बाद उसकी निर्मम तरीके से हत्या कर दी।
कॉल डिटेल में सबसे बड़ी बात यह कि जिस समय नाबालिग की डेडबॉडी बरामद हुई, उस वक्त तक पीड़ित परिवार का आरोपी से बात हो रही है जो कई तरह के सवालो को जन्म देती है। हालाँकि पूरे सवालों के जवाब तो आरोपी के गिरफ्तारी के बाद ही सामने आ पायेगी। सूत्रों की मानें तो आरोपी संजय राय का नाबालिग के साथ फ़ोन पर खूब बातचीत होती थी। आरोपी संजय राय की पत्नी का स्वर्गवास हो चुका है और उसके तीन बच्चे भी हैं। फ़िलहाल सभी घर से फरार हैं। घटना के बाद एसएसपी राकेश कुमार ने मामले के गंभीरता को देखते हुए एक विशेष टीम का गठन किया, जिसका नेतृत्व एसडीपीओ सरैया कुमार चंदन कर रहे हैं।
मुजफ्फरपुर के पारू थाना क्षेत्र में हुई दलित नाबालिग लड़की की हत्या मामले में पुलिस कप्तान एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि अब तक जांच के दौरान रेप की पुष्टि नहीं हुई है। लड़की के शरीर में सिर और हांथ पर चोट के निशान हैं। प्राइवेट पार्ट्स पर चोट के निशान नहीं मिले हैं। डॉक्टरों के अनुसार पोस्टमार्टम और इनक्वेस्ट रिपोर्ट में कहीं भी शरीर के किसी प्राइवेट पार्ट में कोई चोट नहीं पाई गई है, वहीं लड़की के शरीर से अन्य जांच के लिए नमूना एकत्रित कर जांच कराई जा रही है, जिसके बाद ही पूरा मामला स्पष्ट हो पाएगा।
ट्रेनी डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट्स से बह रहा था खून
उधर, कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 31 वर्षीय ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप व मर्डर के बाद से पूरा देश विरोध में जल रहा है। आरजी कर मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाली जिस छात्रा की बलात्कार के बाद हत्या कर दी गयी वो भी शहर से 20 किलोमीटर दूर पानीहाटी के इलाक़े से आया करती थीं। जिस दिन ये घटना घटी वो रात की ड्यूटी कर रही थीं और थक जाने के बाद अस्पताल के कांफ्रेंस रूम में आराम करने के लिए गई थीं। घटना के सिलसिले में जिस अभियुक्त संजय राय को गिरफ़्तार किया गया है, वो सिविल वॉलंटियर यानी सहायक सुरक्षाकर्मी के पद पर तैनात थे। ये वैसा ही है जैसे होम गार्ड होते हैं। उसकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कहा गया है, “उसकी दोनों आंखों और मुंह से खून बह रहा था और चेहरे पर चोटें थीं। पीड़िता के प्राइवेट पार्ट्स से भी खून बह रहा था। उसके पेट, बाएं पैर…गर्दन, दाहिने हाथ, अनामिका और…होंठ में भी चोटें थीं।” इधर, कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर की हत्या और दुष्कर्म के बाद कानून-व्यवस्था को लेकर गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से हर दो घंटे में रिपोर्ट देने का आदेश दिया है। मंत्रालय ने सभी पुलिस बलों को निर्देशित किया है कि वे कानून-व्यवस्था की स्थिति की रिपोर्ट मेल, फैक्स या व्हाट्सएप के माध्यम से मंत्रालय के नियंत्रण कक्ष में भेजें।