पटना : पूर्व मुख्यमंत्री और हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने एक बार फिर सवर्ण जाति विशेष पर आपत्तिजनक बयान दिया है। उन्होंने ब्राह्माणों को गाली दी है। फिर विवाद गहराने पर अपने समाज के लोगों को भी गाली देने से नहीं चूके और कहा कि मैंने ब्राह्माणों को गाली नहीं है। अगर, उन्हें बुरा लगा है तो मैं माफी चाहता हूं। दरअसल, पटना में भुईयां समाज के कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि दलित समाज में आज-कल सत्य नारायण भगवान की पूजा का प्रचलन काफी बढ़ गया है। जगह-जगह ब्राह्मण जाकर सत्य नारायण भगवान की पूजा कराते हैं। हमारे समाज में ब्राह्मण … (गाली) जाते हैं, लेकिन खाना नहीं खाते हैं। सिर्फ पैसा लेते हैं।’ इस बयान के वायरल होने के बाद भाजपा ने मांझी से ब्राह्माण समाज से माफी मांगने के लिए कहा। वहीं, जदयू नेता एवं एमएलसी नीरज कुमार ने मांझी के बयान को शर्मनाक और निंदनीय बताया।
मांझी ने फिर एक ट्वीट किया- मेरे में दिल में सभी समाज के लिए उतनी ही इज्जत है, जितने अपने परिवार के लिए। मेरे बयान के केवल उस अंश को वायरल किया जा रहा है, जिससे विवाद उत्पन्न हो। पूरा बयान सुनने की जरूरत है। इसके बाद अपने आवास पर मांझी ने कहा कि उन्होंने किसी विशेष जाति को गाली नहीं दी है। गलती तो उनके समाज के लोगों की है। जो अपने देवी-देवता को छोड़कर दूसरे देवी-देवता की पूजा कर हैं। हमारे समाज के लोग क्यों उन लोगों को बुलाते हैं, जो हमारे घर में नहीं आते और हमारे घर का खाना नहीं खाते हैं।