पटना : बिहार में कोरोना के तेजी से बढ़ते संक्रमण को देखते हुए 16 जुलाई से 31 जुलाई तक लॉकडाउन लगाया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें संपूर्ण लॉकडाउन का फैसला लिया गया। इसको लेकर पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे, क्योंकि बीते कुछ हफ्तों में सूबे में कोरोना मरीजों की संख्या में बेहिसाब वृद्धि हो रही है। सोमवार को ही 1116 नए मरीज मिले हैं। जबकि रविवार को करीब 1200 मरीज मिले थे। सूबे में कोरोना संक्रमितों की संख्या 17421 पहुंच गई है। ऐसे में राजधानी पटना समेत अलग-अलग जिलों के डीएम ने अपने स्तर से लॉकडाउन लगाया था। नौ जुलाई से लेकर 16 जुलाई तक विभिन्न जिलों में लॉकडाउन पहले से लागू है। बता दें 31 जुलाई तक नए संक्रमितों के मामले आने कम नहीं हुए तो लॉकडाउन को आगे भी बढ़ाए जाने की संभावना है।
23 मार्च को लगा था सूबे में पहला लॉकडाउन
बिहार में कोरोना वायरस से पहली मौत 22 मार्च को हुई थी। मुंगेर जिला निवासी मो. सैफ की कोरोना से मौत के बाद 23 मार्च से लॉकडाउन लागू किया था। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को राष्ट्र के नाम संबोधित में 25 मार्च से पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा की थी।