पटना : देश भर में नकल को लेकर बदनाम होने के बाद बिहार विद्यालय परीक्षा समिति हर साल सख्ती बढ़ाती जा रही है। 17 फरवरी से मैट्रिक की परीक्षा होनी है। इसको लेकर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) ने एक बड़ा कड़ा नियम लागू किया है। परीक्षा में नकल करने वाले छात्र-छात्रा को छह महीने की जेल होगी। साथ ही दो हजार रुपए जुर्माना भी भरना होगा। इतना ही नहीं दोनों सजा भी हो सकती है। इसका आदेश सभी जिलों के एसपी और डीएम को दे दिया गया है। साथ ही बीएसईबी ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों और केंद्राधीक्षकों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं। बता दें इससे पहले एक फरवरी से इंटर की परीक्षा शुरू हो रही है। यह परीक्षा 13 फरवरी तक चलेगी।
केंद्रों पर तैनात होंगे सुरक्षा बल, सीसीटीवी से निगरानी
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने सभी जिलों के एसपी को पत्र लिखकर सभी जिलों में पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात करने को कहा है। इसके अलावा सभी केंद्राधीक्षकों को पूरे विद्यालय में सीसीटीवी कैमरा लगाने का निर्देश दिया है। साथ ही कोविड से जुड़ी गाइडलाइन का अनिवार्य रूप से पालन करने को कहा है। केंद्रों पर परीक्षा की वीडियोग्राफी भी कराई जानी है। इतना ही नहीं केंद्र के आसपास की फोटो कॉपी दुकानों पर पुलिस को नजर रखने के लिए कहा गया है। ताकि कदाचार की कोई गुंजाइश नहीं रहे। जिस केंद्र से कदाचार की शिकायत मिलेगी, वहां की परीक्षा रद्द कर दी जाएगी।
सूबे में 1525 केंद्रों पर होनी है परीक्षा
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अनुसार सूबे में 1525 केंद्रों पर मैट्रिक की परीक्षा होगी। पिछले साल 1368 केंद्र बने थे। इस बार 157 केंद्रा अधिक हैं। राजधानी पटना में 73 हजार विद्यार्थी परीक्षा में शामिल होंगे। सबसे अधिक विद्यार्थी गया जिले में हैं। यहां 83 हजार विद्यार्थी परीक्षा में शामिल होने वाले हैं। खास बात है कि मार्च के अंत में ही परीक्षा का रिजल्ट भी जारी कर दिया जाएगा।