पटना: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने मैट्रिक परीक्षा के सोशल साइंस का पेपर रद्द कर दिया है। हालांकि सिर्फ पहली पाली की परीक्षा रद्द की गई है। दूसरी पाली को लेकर कोई आदेश जारी नहीं हुआ है। बता दें कि शुक्रवार को पहली पाली की परीक्षा से डेढ़ घंटे पहले ही प्रश्न-पत्र लीक हो गए थे। सोशल मीडिया पर प्रश्न पर वायरल होने के बाद मामले की जांच शुरू हुई तो पता चला कि जमुई जिले से प्रश्न-पत्र लीक हुआ है। झाझा के एसबीआई बैंक से ही प्रश्न पत्र को लीक किया गया था। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि बैंक में कार्यरत संविदा कर्मचारी विकास कुमार का एक रिश्तेदार परीक्षा दे रहे थे, जिसके लिए उसने प्रश्न-पत्र को लीक किया। इस काम में बैंक के दो अन्य कर्मचारियों की संलिप्तता पाई गई है। पुलिस ने शशिकांत चौधरी और अजित कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
परीक्षा रद्द करने पर पटना पर तोड़फोड़ शुरू
सोशल साइंस का पेपर रद्द किए जाने को लेकर छात्र उग्र हो गए हैं। पटना में एएन कॉलेज के पास विद्यार्थियों ने जमकर उत्पात मचाया। कई गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए और रोड़ेबाजी की। स्थिति बिगड़ने पर पुलिस मौके पर पहुंची, जिसके बाद छात्र वहां से भाग गए।
मुख्यमंत्री ने परीक्षा रद्द करने व जांच का दिया था आदेश
मैट्रिक परीक्षा का प्रश्न-पत्र लीक होने की जानकारी के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बोर्ड अध्यक्ष को पूरे मामले की जल्द जांच करने और परीक्षा रद्द करने का आदेश दिया था। उससे पहले विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रश्न-पत्र लीक होने का मुद्दा उठाया था।
कई जिलों में पहुंच चुका था प्रश्न-पत्र
मैट्रक परीक्षा का प्रश्न पत्र कई जिलों में परीक्षार्थियों के पास पहुंच चुका था। सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, नालंदा, जमुई, लखीसराय, बांका समेत एक दर्जन जिलों में पेपर लीक था। वहीं, कई जिलों में दूसरी की जगह परीक्षा देते भी परीक्षार्थी पकड़ाए। सुपौल में एक फर्जी परीक्षार्थी पकड़ाया। जबकि मधेपुरा में दो फर्जी परीक्षार्थी धराए।
नकल करने पर कई परीक्षार्थी निष्कासित
आरा में 13 परीक्षार्थियों को नकल के आरोप में परीक्षा से निष्कासित किया गया। औरंगाबाद में तीन परीक्षार्थी निष्कासित हुए। जमुई में आठ परीक्षार्थी निष्कासित हुए। केकेएम कॉलेज से विद्यार्थियों का निष्कासन हुआ। लखीसराय में दो, मधेपुरा में छह,