पटना : मुजफ्फरपुर में इस साल भी एईएस का कहर जारी है। अब तक 25 मासूमों की मौत हो चुकी है। शुक्रवार को एसकेएमसीएच में एक और बच्ची ने दम तोड़ दिया। सकरा निवासी सात वर्षीय शिवानी कुमारी की मौत हो गई। इस वित्तीय वर्ष में 11 बच्चों की मौत हुई है। शिवानी को 19 जुलाई को भर्ती कराया गया था। पीड़ित पिता ने बताया कि शिवानी को 15 जुलाई को बुखार हुआ था। गांव के ही मेडिकल स्टोर से दवा लेकर उसे खिलाया तो बुखार उतर गया। फिर 19 जुलाई को तबीयत बिगड़ने लगी, जिसके बाद वह शिवानी को लेकर एसकेएमसीएच पहुंची। यहां इलाज के दौरान शुक्रवार की सुबह उसकी मौत हो गई। वहीं, शुक्रवार की दोपहर मोतीपुर की एक बच्ची को भी चमकी बुखार के लक्षण होने पर भर्ती कराया गया है।
एसकेएमसीएच में एईएस के 51 मरीज आ चुके
एसकेएमसीएच में शिशु रोग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. जेपी नारायण ने बताया कि अस्पताल में एईएस के अब तक 51 मरीज आ चुके हैं। फिलहाल छह बच्चों का इलाज चल रहा है। डॉक्टर ने बताया कि जुलाई में आमतौर पर बारिश होती है, मगर उमस भरी गर्मी है। इससे एईएस के मामले बढ़ रहे हैं। गर्मी बढ़ते ही मरीज आने लगते हैं और मौसम ठंडा होता है तो केस घट जाते हैं। बता दें एसकेएमसीएच में एईएस से अप्रैल से अब तक 11 बच्चों की मौत हो चुकी है। इनमें मुजफ्फरपुर के पारू और सकरा के एक-एक बच्चे हैं। सीतामढ़ी के दो, बेतिया के एक, मोतिहारी के दो, शिवहर के दो और वैशाली के एक बच्चे की मौत हुई है।
7 दिनों में किस दिन आए कितने मरीज
पिछले सात दिनों में एसकेएमसीएच में एईएस के लक्षण वाले छह मरीज भर्ती कराए गए हैं। 18 जुलाई को चार मरीज भर्ती हुए हैं। 19 जुनसर्द को दो, 20 और 21 जुलाई को तीन बच्चे भर्ती हुए हैं। 22 जुलाई को एक मरीज को भर्ती कराया गया है। मरीजों में मुजफ्फरपुर जिले के पारू से चार, मीनापुर से तीन, मोतीपुर से एक, सरैया से एक, बोचहां से एक, शहर से दो, सकरा से तीन, मनियारी से एक, हथौड़ी से एक, झपहां से एक, बैजलपुर से एक, अहियापुर से दो और साहेबगंज से एक मरीज भर्ती हुआ है।
पिछले 5 वर्षों में कितने मरीज मिले और कितनी मौतें
साल – मरीज – मौत
2017 44 18
2018 43 12
2019 485 142
2020 90 15
2021 51 11