पटना। ओला से अपना सफर करने वालों की इन दिनों सबसे बड़ी परेशानी यह थी कि ड्राइवर बिना बताए ही आपकी राइड कैंसिल कर देते थे। कस्टमर्स की एक अरसे से शिकायत रही है कि ओला की बुकिंग करने के बाद जब उधर से ड्राइवर काॅल कर पूछता है कि कहां जाना है और अगर आपके उसके मनमुताबिक जगह नहीं बता रहे हैं तो वह बिना बताए ही आपकी राइड कैंसिल कर देता है। पेमेंट के बारे में भी अगर आपने उसकी इच्छानुसार जवाब नहीं दिया तो बिना कुछ बताए ही वह बुकिंग कैंसिल कर देता था। पर, अब ओला से इस झंझट से आमलोगों को मुक्ति देने का फैसला किया है।
मोबाइल एप आधारित कैब सेवा प्रदाता कंपनी ओला ने कहा है कि उसके ड्राइवर पार्टनर अब यात्रा शुरू करने से पहले ही अपने मोबाइल फोन पर देख सकेंगे कि यात्री को कहां जाना है और वह पेमेंट नकद या आनलाइन माध्यम से करेगा। इसका फायदा यह होगा कि अगर उसे राइड कैंसिल करना है तो तुरंत कर देगा और यात्री को प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ेगी। ओला के सह-संस्थापक भावीश अग्रवाल ने मंगलवार को एक ट्वीट के माध्यम से कहा कि ड्राइवर द्वारा राइड कैंसिल किया जाना मोबाइल एप आधारित इस पूरे उद्योग की बड़ी समस्या है। कंपनी इसे खत्म करना चाहती है।
बता दें कि ओला कैब या बाइक बुक करने वालों को अक्सर एक दिक्कत का सामना करना पड़ता है। वह यह कि बुकिंग कन्फर्म हो जाने के बाद कई ड्राइवर पिक-अप लोकेशन पर पहुंचने से पहले ही यात्री को फोन कर पूछते हैं कि उन्हें जाना कहां है और उन्हें पेमेंट कैश मिलेगा या आनलाइन। यात्री का जवाब मिलने के बाद कई बार ड्राइवर यह कहकर मना कर देते हैं कि उसे अमुक लोकेशन पर नहीं जाना है, और कई बार यह कहकर कि उन्हें पेमेंट नकद चाहिए। रेग्युलर ओला राइड करने वाले सुजीत मिश्रा कहते हैं कि यह समस्या आम हो गई थी। लोग इससे बहुत परेशान हो जाते थे, ऐन वक्त पर मैसेज आता था कि आपकी राइड कैंसिल हो गई है।
कई बार तो ड्राइवर यह सवाल यात्री की लोकेशन पर पहुंच जाने के बाद करते हैं और फिर मनचाहा जवाब नहीं मिलने पर राइड कैंसिल कर देते हैं। इसके बाद बुकिंग चाहे ड्राइवर रद करे या यात्री, अंततः नुकसान यात्री को ही होता है, क्योंकि उसे नए सिरे से बुकिंग करनी पड़ती है। कई बार तो इन्हीं कारणों से दोबारा और तिबारा बुकिंग करने और रद होने की स्थिति में यात्री का इतना समय बर्बाद हो जाता है। उसकी फ्लाइट या ट्रेन छूटने की नौबत आ जाती है। वर्तमान व्यवस्था में ड्राइवर को भी गंतव्य की जानकारी तब मिलती है जब यात्री गाड़ी में बैठ जाता है और ड्राइवर को ओटीपी यानी वन टाइम पासवर्ड बताता है।