पटना : नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल विस्तार पर भाजपा के बाद जदयू में भी बगावत शुरू हो गई है। नीतीश के करीबी रहे और गोपालपुर विधायक गोपाल मंडल ने मुख्यमंत्री पर जुबानी हमला बोला है। गोपाल ने कहा कि कभी मैं भी नीतीश का करीबी था। मुझमें ऐसी क्या कमी थी कि मुझे मंत्री नहीं बनाया गया। इनका कहना है कि मंत्री बनाए जाने को लेकर इन्हें पार्टी के नेतृत्व कमान ने आश्वास्त किया था। विधायक ने कहा कि वह एक हफ्ते से पटना में कैंप कर रहे हैं। जल्द ही नीतीश कुमार और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह से मिलेंगे। गोपाल ने कहा कि वह इन दोनों से खुद को मंत्री बनाए जाने का आग्रह करेंगे।
गोपाल बोले-नाम कैसे कट गया, समझ में नहीं आ रहा
गोपाल मंडल मंत्री नहीं बनने से बेहद नाराज हैं। उनकी नाराजगी इस बात को लेकर भी है कि वह अपनी जाति के सूबे में खुद को सबसे बड़ा नेता बताते हैं। खुद को नीतीश के करीबी कहते हैं और पार्टी ने मंत्री बनाने का आश्वासन भी दिया था। ऐसे में उनका कहना है कि इन सबके बावजूद उनका नाम मंत्री पद से कैसे कट क्या समझ नहीं आ रहा? इन्होंने कहा कि बेहद कम उम्र वाले विधायकों को मंत्री बना दिया जा रहा है तो उन्हें मौका क्यों नहीं दिया जा रहा?
बीजेपी विधायक ज्ञानेंद्र सिंह पहले ही हो चुके हैं बागी
कैबिनेट विस्तार के दिन बीजेपी विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व पर सवाल खड़ा कर कहा था कि कुछ लोग बिहार बीजेपी को मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की राह पर ले जाना जा रहे हैं। कैबिनेट विस्तार में जिन नेताओं को शामिल किया जा रहा है, उससे क्षेत्रीय और सामाजिक सामनता जाहिर नहीं हो रही है। ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा कि अनुभवहीन चेहरों को कैबिनेट में शामिल किया जा रहा है। उन्होंने सुशील मोदी की खूब तारीफें करते हुए कहा कि नेतृत्व बता दें कि सुमो की टक्कर का कौन नेता कैबिनेट में शामिल हो रहा है?