पटना। भारत में अब एयरलाइंस के फील्ड में तेजी से बदलाव होने वाले हैं। एयर इंडिया (Air India) के टाटा ग्रुप (Tata Group) के हाथ में आने के बाद अब एक और खुशखबरी है। खबर ये है कि घरेलू एयरलाइन्स बाजार में एक नया खिलाड़ी उतरने वाला है। दरअसल, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने शेयर मार्केट के बुलिश राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) की अकासा एयरलाइंस (Akasa Airlines) को नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट दे दिया है। इसका मतलब अगले साल से देश में अकासा (Akasa Air) से आप हवाई सफर कर सकते हैं।
बता दें कि अकासा (Akasa Air) के अलावा और तीन दूसरी एयरलाइन कंपनियों ने अगस्त में शेड्यूल एयर पैसेंजर्स सर्विस और एयर कार्गो सर्विस शुरू करने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय से एनओसी के लिए आवेदन किया था। एविएशन प्राइवेट लिमिटेड के तहत अकासा एक नई भारतीय एयरलाइन है, जिसमें राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) ने लगभग 35 मिलियन डालर का निवेश किया है। जेट एयरवेज के पूर्व सीईओ विनय दुबे इसके सीईओ होंगे। कम लागत वाली ये एयरलाइन अब अपने एयर ऑपरेशन के परमिट के लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय से संपर्क करेगी। एयरलाइन को अब लाइसेंस मिलने का इंतजार है। अगर समय से लाइसेंस मिल जाता है, तो 2022 की गर्मियों में इसका हवाई सफर शुरु हो जाएगा।
राकेश झुनझुनवाला का नेटवर्थ पिछले दिनों कई गुना बढ़ा है। इसकी वजह रही नजारा टेक, टाइटन कंपनी, टाटा मोटर्स जैसे शेयरों में उनका निवेश। Tata Motors के Share Price हिस्ट्री को देखें तो राकेश झुनझुनवाला ने सिर्फ तीन कारोबारी सत्र में इस शेयर से 310 करोड़ रुपए कमाए हैं। 6 अक्टूबर 2021 को टाटा मोटर्स का शेयर प्राइस 335.60 रुपए था, जो सिर्फ तीन कारोबारी सत्र में बढ़कर 417.80 रुपए हो गया। यानी सिर्फ तीन दिनों में ज्ंजं डवजवते के शेयर 25 फीसदी तक चढ़ गए थे।
विनय दुबे ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा है कि “हम नागरिक उड्डयन मंत्रालय को उनके समर्थन और एनओसी देने के लिए बेहद खुश और आभारी हैं। हम अकासा को सफलतापूर्वक लॉन्च करने के लिए जरूरी सभी अतिरिक्त अनुपालनों पर रेगुलेटरी अथॉरिटी के साथ काम करना जारी रखेंगे।” कंपनी ने अपने बयान में कहा कि एयरलाइन 2022 की गर्मियों तक भारत में ऑपरेशन शुरू करना चाहती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक विमान खरीदने के लिए अकासा एयर बोइंग और एयरबस से बातचीत कर रही है।
घरेलू एयरलाइन इंडिगो के पूर्व अध्यक्ष आदित्य घोष, राकेश झुनझुनवाला और जेट एयरवेज के पूर्व सीईओ विनय दुबे के साथ अकासा के सह संस्थापक हैं। माना जा रहा है कि झुनझुनवाला के पास नई एयरलाइन में लगभग 40 प्रतिशत हिस्सेदारी है। वह वेंचर में 35 मिलियन डॉलर का निवेश करने पर विचार कर रहे हैं। राकेश झुनझुनवाला को भारत का वॉरेन बफेट कहा जाता है। उनकी कुल संपत्ति 5.7 बिलियन डॉलर (अक्टूबर 2021) है। उन्होंने कई एयरलाइन कंपनियों में 250 करोड़ के करीब निवेश किया है।