पटना : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को चारा घोटाले के दुमका कोषागार से अवैध निकासी मामले में आज जमानत मिल गई है। पूरा राजद जश्न मना रहा है, लेकिन पार्टी का जश्न उनके ही सीनियर नेता ने फीका कर दिया है। राजद के सीनियर नेता शिवानंद तिवारी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ अपनी तस्वीर शेयर की है। इस तस्वीर के सोशल मीडिया पर पोस्ट होते ही राजनीतिक गलियारे में हड़कंप मच गया है। इस तस्वीर में नीतीश और शिवानंद तिवारी के अलावा श्याम रजक, कांग्रेस नेता रामजतन सिन्हा, पूर्व मंत्री मिथिलेश सिंह भी हैं। वैसे यह तस्वीर पुरानी है, लेकिन शिवानंद ने अभी क्यों पोस्ट किया, इसको लेकर अटकलें तेज हो गईं हैं। शिवानंद ने अपने पोस्ट में लिखा है- यह तस्वीर पूर्व मंत्री मिथिलेश सिंह के घर पर ली गई है। आगे लिखा है- चैती छठ का प्रसाद खाने के लिए मिथिलेश के घर। फोटो में दाहिने से श्याम रजक, मिथिलेश कुमार सिंह, रामजतन सिन्हा, नीतीश कुमार और मैं।
नीतीश के बेहद करीबी रह चुके हैं शिवानंद
शिवानंद तिवारी एक समय में नीतीश कुमार के बेहद करीबी थी। जदयू में भी रहे हैं। उन्होंने 2010 में राजद छोड़कर जदयू को ज्वाइन किया था। लेकिन एक जनसभा में शिवानंद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ टिप्पणी कर दी थी, जिसके बाद जदयू ने उन्हें टिकट नहीं दिया। ऐसे में 2014 में शिवानंद ने फिर राजद का दामन थाम लिया।
इन शर्तों पर लालू को मिली जमानत
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाले में साढ़े तीन साल बाद जमानत मिल गई है। झारखंड हाईकोर्ट ने लालू को सशर्त जमानत दी है। जस्टिस अपरेश कुमार सिंह ने लालू को कहा है कि एक लाख के निजी मुचलके, 10 लाख जुर्माना जमा करेंगे। साथ ही लालू को अपना पासपोर्ट जमा करना होगा। कोर्ट की अनुमति के बिना वे विदेश नहीं जा सकेंगे। कोर्ट ने यह भी निर्देश दिया है कि वे अपना मोबाइल नंबर, पता नहीं बदलेंगे। बता दें चारा घोटाले के दुमका कोषागार से अवैध निकासी के मामले में लालू को नियमित जमानत मिली है। उन्होंने कोर्ट से अपील की थी उनके गिरते स्वास्थ्य और आधी सजा पूरी करने के आधार पर उन्हें बेल दिया जाएगा। लालू के छोटे बेटे और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने पिता के जमानत की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि पिता जी को जमानत मिल चुकी है। फिलहाल वह दिल्ली एम्स में भर्ती है। उनकी किडनी में काफी ज्यादा संक्रमण है और सांस लेने में तकलीफ हो रही है, इसलिए उनका इलाज अभी एम्स में ही चलेगा।
दुमका कोषागार से अवैध निकासी का क्या है मामला
बिहार और झारखंड जब अलग नहीं हुआ था। उस दौरान मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के कार्यकाल में दुमका कोषागार से 3.76 करोड़ रुपए की अवैध निकासी हुई थी। मामले में सीबीआई ने केस दर्ज किया था और लालू समेत 31 लोगों को आरोपी बनाया था। कोर्ट ट्रायल के अनुसार लालू पर 1995 के दिसंबर से 1996 के जनवरी तक दुमका कोषागार से फर्जी वाउचर के माध्यम से 1.76 करोड़ रुपए की निकासी का आरोपी सही पाया गया था। यह अवैध निकासी जानवरों के चारा, कृषि उपकरण, दवाओं की खरीद के नाम पर हुई थी।
बेटी रोहिणी ने ऐसे जताई खुशी
लालू की जमानत मिलने की खबर के साथ उनके परिवार के साथ समर्थकों में काफी खुशी दिखी। सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म पर लालू समर्थकों ने अपने-अपने अंदाज में लालू के जमानत की खुशी जताई और विरोधियों पर तंज भी कसा। लालू की बेटी रोहिणी आचार्या ने भी ट्वीट कर खुशी जताई और लिखा- देखो-देखो शेर आया-शेर आया। जहरीली परवरिश वालों का मुंह काला हुआ। इसके बाद उन्होंने लिखा- अन्यायी कब तक अन्याय करेगा… मसीहा को कब तक कैद रखेगा। आया-आया देखो कौन? तानाशाह सत्ता से वो लड़कर… गरीबों का मसीहा आया… इस माही का लाल जो आया।