पटना : इस साल भी बिना परीक्षा दिए आठवीं तक के विद्यार्थी पास होंगे। यह निर्णय बिहार सरकार ने लिया है। कोरोना काल में स्कूलों के बंद रहने और दोबारा बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है। एक से आठवीं तक के सभी बच्चे अगली क्लास में प्रमोट किए जाएंगे। बता दें सूबे में एक से आठवीं तक के करीब 1.66 करोड़ बच्चे हैं। शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा कि बच्चों को बेसिक टॉपिक पढ़ाए जाएंगे, ताकि उन्हें अगली क्लास में कोई परेशानी नहीं हो। उन्होंने यह निर्णय उन बच्चों को ध्यान में रखकर लिया गया है, जो इंटरनेट, स्मार्टफोन और टीवी के अभाव में पढ़ाई नहीं कर सके।
एक से पांचवीं तक के स्कूल अब नहीं खुलेंगे
सरकार ने एक से पांचवीं तक के बच्चों का फिलहाल बंद रखा है। मार्च में इन बच्चों के लिए स्कूल खोले जाने की योजना थी, लेकिन सरकार ने अब इसे टाल दिया है। महाराष्ट्र में बीते 10 दिनों में कोरोना के बढ़े दोगुने मरीजों को देखते हुए स्कूल नहीं खोलने का निर्णय लिया है। साथ ही कोरोना को लेकर जागरुकता फैलाने पर जोर दिया जा रहा है।
पिछले साल 1.94 करोड़ विद्यार्थी हुए थे प्रमोट
बता दें कोरोना वायरल पिछले साल मार्च महीने में बिहार में प्रवेश कर गया था। हालांकि स्कूल-कॉलेज मार्च के दूसरे हफ्ते से ही बंद थे। ऐसे में परीक्षा का आयोजन नहीं हो सका था। तब सरकार के आदेश पर 1.94 करोड़ बच्चों को अगली क्लास में प्रमोट किया गया था। इनमें एक से 11वीं तक के विद्यार्थी शामिल थे। एक से आठवीं तक के 1.66 करोड़ और नौवीं से 11 तक के 12 लाख विद्यार्थी थे। इसको लेकर शिक्षा विभाग ने 8 अप्रैल 2020 को आदेश जारी किया था।
नौवीं के विद्यार्थियों की परीक्षा 26 से होगी
बता दें नौवीं के विद्यार्थियों की परीक्षा 26 फरवरी से होगी। यह परीक्षा तीन मार्च तक चलेगी। परीक्षा के आयोजन को लेकर शिक्षा विभाग पहले ही जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दे चुका है। अब परीक्षा की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। विभाग ने सभी डीईओ को 24 फरवरी तक ओएमआर सीट ले लेने का निर्देश जारी किया है। यह भी बताया गया है कि चार मार्च से प्रैक्टिकल परीक्षा होगी।