पटना। प्रदेश के एसटीईटी परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने बिहार के उच्च और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में अपनी नियुक्ति के लिए ट्विटर कैंपेन चलाया। लाखों अभ्यर्थियों ने ट्विटर के माध्यम से बिहार सरकार के प्रति आक्रोश जताया। एसटीईटी का मुद्दा #BSTET_RESULT_AND_JOINING ट्रेंडिंग मुद्दों में टॉप पर रहा। अभ्यर्थियों ने एसटीईटी के कुछ विषयों के रिजल्ट तुरंत जारी करने और शिक्षकों की नियुक्ति की मांग की। बीएड उत्तीर्ण छात्र संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर गौरव ने बताया कि एसटीईटी परीक्षा की अधिसूचना 2019 में ही बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने जारी की थी। इसी परीक्षा से बिहार के हाईस्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति होनी है। कुछ विषयों के रिजल्ट भी जारी कर दिए गए हैं। इसके बावजूद अब तक शिक्षक नियोजन अधर में है। उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों का सब्र का बांध टूट रहा है, जिससे वे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अपना आक्रोश जता रहे हैं। यदि सरकार जल्द अभ्यर्थियों की मांग नहीं मानती है तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने शिक्षा विभाग से लंबित विषयों का रिजल्ट जारी कर शिक्षकों की बहाली सुनिश्चित करने की मांग की।
क्या है पूरा मामला
बिहार के प्राथमिक से लेकर +2 तक के स्कूलों में नियुक्ति हेतु पटना हाइकोर्ट ने नेशनल फेडरेशन ऑफ ब्लाइंड के याचिका पर रोक लगा रखी है। अलग-अलग केसों के कारण दो वर्षों से बहाली रुकी है। इस कारण सवा लाख शिक्षकों का नियोजन अधर में है।