पटना : आत्मनिर्भर बिहार के तहत प्रदेश में पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक विकास की नई रूपरेखा तैयार की गई है। नीतीश सरकार की इस नई रूपरेखा के अनुसार सूबे के 20 शहरों की सूरत बदलेगी। दीपावली से पहले हुई कैबिनेट की बैठक में इस एजेंडे पर मुहर लगी है। सरकार ने निर्णय लिया है कि 20 शहरों का तेजी से शहरीकरण किया जाएगा। सरकार ने बक्सर, किशनगंज, कटिहार, सासाराम, डेहरी, मोतिहारी, औरंगाबाद, हाजीपुर, जमुई, सीवान, बेतिया, बगहा, लखीसराय, खगड़िया, अररिया, फारबिसगंज, सीतामढ़ी, मधुबनी, शिवहर और भभुआ शामिल है। सरकार यहां मास्टर प्लान के अनुसार शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और बिजली की व्यवस्था सुदृढ़ की जाएगी। इन शहरों को सुव्यवस्थित किया जाएगा।
कैबिनेट की बैठक में 22 अन्य एजेंडों पर लगी मुहर
बुधवार को हुई कैबिनेट की उस बैठक में 22 अन्य एजेंडों पर मुहर लगी है। इसके तहत उन 22 शहरों के पास के ग्रामीण क्षेत्रों को भी शहरी सुविधाओं से युक्त किया जाएगा। आत्मनिर्भर बिहार के तहत सभी काम किए जाएंगे। पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने बताया कि सरकार ने उन शहरों में वैसे इलाकों को चिह्नित करना शुरू कर दिया है, जहां अस्पताल, इंडस्ट्री बनाया जा सके। नीतीश कैबिनेट ने इस प्लानिंग एरिया को मंजूरी दे दी है।