पटना : लॉकडाउन में फैक्ट्री बंद होने और वापस गृह राज्य जाने के लिए पैसे नहीं होने पर मजदूरों ने कुएं में कूदकर जान दे दी। मृतकों में बिहार के दो और पश्चिम बंगाल के सात लोग हैं। घटना तेलंगाना के वारंगल की है, जहां गीसुगोंडा मंडल के गोटेकुंटाइंडस्ट्रीयल एरिया में एक कुएं से नौ प्रवासियों का शव मिला है। इनमें बच्चे और महिलाएं भी हैं। बताया जाता है कि गुरुवार को भी इस कुएं से चार लोगों का शव बरामद हुआ था। पांच लोगों के लापता होने की सूचना थी, जिसकी तलाश में कुएं से ही शव मिला। पुलिस ने सभी शव को पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम अस्पताल भेज दिया है। मृतकों में मसूद, निशा, बुशारा खातून, बेबी, शकील, शाबाज आलम और सोहेल हैं। शेष दो लोगों की पहचान नहीं हो सकी है।
जांच में पता चला, काफी दिनों से थे परेशान
पुलिस ने मामले की जांच की तो पता चला कि सभी लोग वारंगल की फैक्ट्री में काम करते थे और अपना जीवनयापन करते थे, लेकिन लॉकडाउन के बाद फैक्ट्री बंद हो गई तो पैसे की तंगी हो गई। खाने-पीने की दिक्कत और घर वापसी की संभावना नहीं देखकर इनलोगों ने आत्महत्या कर ली।