पटना : टोक्यो ओलंपिक में भारत को एक और मेडल मिला है। देश को सिल्वर मेडल मिला है। पुरुष फ्रीस्टाइल कुश्ती के 51 किलोग्राम वर्ग के फाइनल में भारतीय पहलवार रवि दहिया ने सिल्वर पाया है। इन्हें दो बार के विश्व चैंपियन रहे रूस के जावुर युगुऐव ने हराया। इस कारण रवि दहिया गोल्ड मेडल से चूक गए। ओलंपिक के इतिहास में भारत को कुश्ती में दूसरी बार सिल्वर मेडल मिला है। ओलंपिक में इसे जोड़कर भारत के खाते में पांचवां मेडल है। इस मैच के बाद रवि दहिया ने सुशील कुमार के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। 2012 में लंदन ओलंपिक में सुशील कुमार ने सिल्वर मेडल जीता था। उनसे पहले कोई भी पहलवान सिल्वर नहीं जीता था।
रवि दहिया और जावुर का ऐसा रहा मैच
फाइनल मुकाबले में रवि दहिया ने दो बार के विश्व चैंपियन रूसी पहलवान जावुर को आसानी से मुकाबला नहीं जीतने दिया। जबकि रवि का यह पहला ओलंपिक था। जावुर ने यह मैच 7-4 से जीता है, लेकिन एक समय ऐसा लगा रहा था कि रवि दहिया ने बाजी मार ली है। आखिरी एक मिनट में जावुर ने रवि को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया। रवि ने कई बार अंक बनाने के मौके बनाए पर जावुर के अनुभव के सामने फेल हो गए। पहले तीन मिनट में ही जावुर ने 4 की बढ़त बना ली थी। रवि ने 2 अंक जुटाकर वापसी की। फिर दो अंक लिए। इसके बाद जावुर ने 3 अंक लेकर 7-4 से बढ़त बना ली।
टोक्यो ओलंपिक में रवि दहिया का सफर
टोक्यो ओलंपिक में रवि दहिया का दमदार सफर रहा। इन्होंने प्री-क्वार्टर फाइनल में कोलंबिया के ऑस्कर एडुआर्डो टाइग्रेरोसको उरबानो को दूसरे राउंड में 13-2 से पटखनी देकर ओलंपिक में जीत की शुरुआत की थी। क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के बाद रवि ने ल्गारिया के वैलेंटज्ञइनो जॉर्जी वांगेलोव को 14-4 से हराया। पहले राउंड में इन्होंने वैलेंटाइनोव को 6-2 से हराया और दूसरे राउंड में विरोधी ने दो अंक पाए। फिर दो अंक हासिल करके 14-4 पर मैच खत्म कर दिया। सेमीफाइनल में रवि दहिया ने कजाकिस्तान के नूरीस्लाम सनायेव को हराया और फाइनल में पहुंचे।