पटना। पूर्णिया जिले के सहायक खजांची थानांतर्गत तनिष्क शोरूम में 26 जुलाई को हुई लूट के षड्यंत्र का पर्दाफाश करते हुए लूटकांड में संलिप्त अपराधियों की गिरफ्तारी लगातार की जा रही है। बता दें कि पूर्व में इस लूटकांड में संलिप्त 4 अपराधियों को 2 देसी कट्टा, 3 कारतूस, घटना में प्रयुक्त मोबाइल के जले हुए अवशेष व 3 बाइक एवं अन्य 4 मोबाइल के साथ गिरफ्तार किया गया था। आज लूटकांड में संलिप्त 2 अन्य अपराधी मो. सनिउल शेख और कुंदन कुमार को भी गिरफ्तार किया गया।
CCTV कैमरे के फुटेज के अवलोकन में पाया गया कि एक अपराधी द्वारा लूटकांड में संलिप्त अपराधियों को रास्ता दिखाया जा रहा है, जिसकी पहचान मो. सनिउल शेख के रूप में कर उसे पश्चिम बंगाल की मालदा पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार किया गया। इसकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल, लूटी गई हीरे की अंगूठी एवं अन्य सामान बरामद किया गया। अन्य अपराधी कुंदन कुमार के द्वारा अपराधियों को आर्थिक मदद पहुंचाई जाती थी।
गिरफ्तारी:
- मो. सनिउल शेख, पिता- स्व. इतमाम शेख, सा0- मोजमपुर बालूग्राम, थाना कलिया चक, जिला- मालदा (पश्चिम बंगाल)
- कुंदन कुमार, पिता- स्व. राम चन्द्र चौधरी, सा0- मझौली, थाना- बिदुपुर, जिला- वैशाली (बिहार)
गिरफ्तार अपराधियों के पास से बरामदगी:
- तनिष्क शोरूम से लूटी गई मार्का लगा एक प्लेटिनम गोल्ड हीरा जड़ित अंगूठी
- घटना में प्रयुक्त 1 बाइक एवं 1 अन्य मोटरसाइकिल
- घटना में प्रयुक्त काले रंग का 2 हेलमेट
- घटना के समय अपराधी द्वारा पहना हुआ खून लगा कपड़ा/ मास्क
- 2 मोबाइल
अपराधियों के फर्जी आधार कार्ड बनाने व बनवाने वाले 2 अपराधी गिरफ्तार
इसी क्रम में बिहार STF द्वारा लूटकांड में संलिप्त अपराधियों के फर्जी आधार कार्ड बनवाने वाले नवनीत उर्फ फागो सिंह को पटना जिले के पाटलिपुत्र थाना एवं बनाने वाले आयुष कुमार को पटना जिले के शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया।
अपराधी नवनीत उर्फ फागो सिंह सोना लूट गिरोह के सदस्यों एवं अन्य अपराधियों का फर्जी आधार कार्ड बनवाने का काम करता था। साथ ही गिरोह के सदस्यों को शरण देने के साथ-साथ जेल में बंद गिरोह के सदस्यों को आवश्यक सामान मुहैया कराता था। इसके अलावा जेल में बंद सोना लूट गिरोह के अपराधियों तक सूचना भी पहुंचाता था।
अपराधी आयुष कुमार के द्वारा पटना जिले के शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र के शिवपुरी मोहल्ला में लगन स्टूडियो दुकान की आड़ में फर्जी आधार कार्ड बनाने का कारोबार किया जा रहा था। उक्त अपराधी की दुकान से कई फर्जी आधार कार्ड मिले हैं, जो अन्य अपराधियों को दिया जाना था।