पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले में गुजरात के दो शेर दहारेंगे। दो महीने बाद दो शेर नालंदा आएंगे। हाल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजगीर में नेचर सफारी का उद्घाटन किया है। 480 एकड़े में फैसले राजगीर जू सफारी में गुजरात के शेर रहेंगे। ओडिशा के बाघ, तेंदुआ और हिरण की पांच प्रजातियां आएंगी। इनके अलावा भालू में लाए जा रहे हैं। बता दें राजगीर नेचर सफारी स्काई ब्रिज को लेकर पहले ही आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। राज्य सरकार ने शेरों को लेकर गुजरात सरकार को पत्र भी लिखा है। जबकि ओडिशा सरकार को पत्र भेजकर बाघ की मांग की गई है। वहां से तेंदुआ आने पर सहमति भी बन गई है। इनके बदले में पटना से मादा गैंडे को गुजरात भेजा जाएगा। पटना स्थित संजय गांधी जैविक उद्यान से भालू और हिरण को भी वहां भेजा जाएगा।
राजगीर जू सफारी के लिए 20 कस्टमाइज्ड बसें आईं
राजगीर जू सफारी में पर्यटकों को घूमाने के लिए 20 कस्टमाइज्ड बसें आ गईं हैं। इनकी खिड़कियों से ऊपर तक शीशे लगे हैं। इन बसों में बैठकर पर्यटक बड़ी आसानी से जू सफारी का आनंद उठा सकेंगे। साथ ही पर्यटकों के लिए सफारी प्लाजा की व्यवस्था की गई है। वेटिंग लाउंज, थ्री डी थियेटर भी बनाया गया है।
वो कुआं, जिससे जुड़ा है डॉ. राजेंद्र प्रसाद और नेहरू का नाम
पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद और पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू से जुड़ा एक कुआं बोधगया में है। महाबोधि मंदिर के करीब आश्रम में स्थित इस कुएं का शिलान्यास और उद्घाटन विभूतियों ने किया है। 80 फीट गहरे और 20 फीट व्यास वाले कुएं का शिलान्यास पंडित जवाहर लाल नेहरू ने किया था। कुएं का उद्घाटन डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने किया था। इस कुएं के पास में बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह ने मिट्टी के दो कमरे बनाए थे। 2019 तक इस कुएं से लोगों अपनी और अपनी फसल की प्यास बुझाते थे।