पटना : बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राजद के नेता लगातार पार्टी छोड़ रहे हैं। अब तक करीब एक दर्जन एमएलए-एमएलसी राजद का लालटेन छोड़कर जदयू का तीर पकड़ लिए हैं। सभी नेता लालू प्रसाद के करीबी रहे हैं। लेकिन अब तेजस्वी के नेतृत्व में ये लोग खुद को रखना मुनासिब नहीं समझे। फिलहाल लालू प्रसाद सजा काट रहे हैं और उनके छोटे तेजस्वी पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं। ऐसे में लालू के खास नेताओं की तेजस्वी से पटरी नहीं बन रही है।
विधायकों ने कहा- राजद में अब गरीबों का नाम नहीं
राजद नेताओं ने पार्टी को लेकर कई बड़े बयान भी दिए हैं। विधायक महेश्वर यादव का कहना है कि राजद में गरीबों का सिर्फ नाम, पूंजीपतियों का बोलबाला है। वह एक परिवार की पार्टी है। वहीं, कमरे आलम ने कहा कि अब राजद के साथ नहीं चल सकते थे, इसलिए खुद को अलग कर लिया। जयवर्द्धन यादव ने कहा कि राजद में पॉलिटिकल बैकग्राउंड वाले नेताओं को प्रताड़ित किया जाता है।