पटना: बिहार में एक सिपाही की संपत्ति उसकी आय से 544 प्रतिशत अधिक निकली है। बिहार पुलिस के सिपाही और पुलिस मेंस एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष की संपत्ति 9.47 करोड़ की मिली है। मंगलवार को आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की टीम ने पटना के बेउर स्थित महावीर कॉलोनी के सिपाही के घर पर छापेमारी की। इसके अलावा सिपाही के अरवल और भोजपुर जिले के ठिकानों पर भी छापेमारी हुई। सिपाही नरेंद्र कुमार धीरज के विरुद्ध ईओयू को शिकायत मिली थी। इसके बाद शिकायत की जांच में मामला सही निकला। इसके बाद मामले की जांच का जिम्मा आर्थिक अपराध इकाई को दिया गया। केस में सिपाही नरेंद्र कुमार धीरज, इनके भाई सुरेंद्र कुमार सिंह, शशिभूषण सिंह, श्याम बिहारी सिंह, वीरेंद्र सिंह, विजेंद्र कुमार विमल, अशोक कुमार और भतीजा धर्मेंद्र कुमार को आरोपी बनाया गया है। इनके खिलाफ कोर्ट से सर्च वारंट लेकर एडीजी नैयर हसनैन खान के निर्देश पर 9 अलग-अलग टीमों ने छापेमरी की।
नौकरी की शुरुआत में 3-4 बीघा थी पुश्तैनी जमीन
सिपाही नरेंद्र कुमार धीरज सात भाइयों में सबसे बड़े हैं। इन्होंने 13 मई 1988 में बिहार पुलिस ज्वाइन किया था। इनकी पहली ज्वाइनिंग नालंदा जिले में हुई थी। अब तक नरेंद्र 33 साल 2 महीने नौकरी किए हैं। पुराना सिपाही होने के कारण इनकी वेतन 70 हजार रुपए है। नीरज मूल रूप से भोजपुर जिले के मुजफ्फरपुर गांव के निवासी हैं। यह किसान परिवार से हैं और नौकरी के समय इनकी पुश्तैनी जमीन 3-4 बीघा थी। फिलहाल इनके पास चार अलग-अलग जगहों पर आवासीय जमीन और खेती वाली जमीन है। इनके पास कई गाड़ियां भी हैं। इनमें ट्रक भी हैं।